मई 20, 2024

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संविधानिक संहिता संयुक्त भूत संहिता बिल: उत्तराखंड विधानसभा में संविधानिक संहिता संयुक्त भूत संहिता बिल पास, बनेगा समान कानून लागू करने वाला पहला राज्य – आज तक

संविधानिक संहिता संयुक्त भूत संहिता बिल: उत्तराखंड विधानसभा में संविधानिक संहिता संयुक्त भूत संहिता बिल पास, बनेगा समान कानून लागू करने वाला पहला राज्य – आज तक

समान विरासत का अधिकार होगा।
– विधानसभा ने इसे गीता विंध्यशाली निदेशक द्वारा लोकग्राही विपक्षी भाषणों के बीच पास किया। विपक्षी दलों ने इसे एक मोर्चा बना दिया था, क्योंकि उन्होंने कहा कि इस कानून से पति-पत्नी के बीच की जब्ति की जा सकती है और इससे अविवाहित बच्चों का करीबन ज्ञान और शिक्षा से वंचित हो सकता है।

– इस समान नागरिक संहिता बिल को लेकर उत्तराखंड राज्य एकाधिकार संघ द्वारा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट द्वारा चर्चा की थी। उन्होंने कहा, “यह एक ऐतिहासिक क्षण है। उत्तराखंड ने अपने नागरिकों के लिए वैध न्याय का मार्ग प्रशस्त किया है। हम देशवासियों की प्रतिष्ठा को मजबूत करने के लिए मेहनत कर रहें हैं।”

– आधिकारिक भाषा में जानकारों ने कहा कि यह बिल “संशोधनात्मक, सुविधाजनक और क्रियाशील न्याय प्रणाली के एक बड़े कदम” है। पश्चिमी विचारधारा को नष्ट करने के खतरे के कारण, पूरे देश में दबी हुई थी। हालांकि, इससे पहले भी राज्यों ने इसे लागू किया है, उत्तराखंड का यह कदम एक महत्वपूर्ण माना जाता है जो देशवासियों को समानता के लिए लड़ाई जारी रखने में मदद करेगा।

– इस बिल को खोजते समय, राज्य न्यायाधीशहरू ने भी सबसे अच्छा चुनाव केवी स्वर ने कहा कि यह विधानसभा का एक महत्वपूर्ण अध्यादेश है, जिसमें समान कानून के प्रति उत्तराखंड की इमानदार विश्वासीता का प्रतीक बनाया गया है। इससे व्यापारिक तनाव और विनाशकारी नकली कांग्रेस के बाद जनता पार्टी को नया आदेश दिया गया है।

– इस ऐतिहासिक मोड़ पर, समान नागरिक संहिता बिल का महत्वपूर्ण उद्घाटन, उत्तराखंड को एक नई उच्चतम दर्जा देता है। यह उत्तराखंड को विकेंद्रीकृत करेगा और सभी नागरिकों के लिए एक सामान्य न्याय प्रणाली की शुरुआत होगी। इससे समाज में भेदभाव को कम करने का मार्ग भी तैयार होगा और बेटे और बेटी को आरक्षित स्थान प्राप्त होगा।
– अतः, उत्तराखंड विधानसभा द्वारा समान नागरिक संहिता बिल को पास करने से उत्तराखंड ने एक महत्वपूर्ण और प्रगतिशील कदम उठाया है जो समानता और न्याय के माध्यम से उत्तराखंड की प्रशंसा करने के लिए उत्सुक व्यक्ति के रूप में जाना जाता है।

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