बच्चों में डायबिटीज के लक्षण
मधुमेह या डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो आम तौर पर बड़े व्यक्ति में होती है, लेकिन अब इसे बच्चों में भी देखना बेहद आम हो गया है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, बच्चों में मधुमेह के मामलों की संख्या में भी एक तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
बच्चों में टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा रहता है। टाइप-1 डायबिटीज ज्यादातर बच्चों में पाया जाता है, जो इंसुलिन उत्पादन की कमी के कारण होता है। वहीं, टाइप-2 डायबिटीज ज्यादातर वयस्कों में देखी जाती है, लेकिन बच्चों में भी यह समस्या हो सकती है।
अगर आपके बच्चों में डायबिटीज के लक्षण जैसे कि अत्यधिक प्यास, पेशाब का बार-बार आना, थकान या नितांत भूखमरी दिखाई दे रहे हैं, तो सतर्क रहें। समय रहते उपचार शुरू करने से बच्चों को डायबिटीज से बचाया जा सकता है।
उचित आहार, व्यायाम, और नियमित चेकअप बच्चों की सेहत के लिए महत्वपूर्ण है। अगर आपके बच्चे में ये संकेत दिखाई देते हैं, तो उन्हें डायबिटीज से बचने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करें।
यह समाचार हमेशा से हेल्थ के मामले में जागरूकता बढ़ाने के लिए है। इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में मदद करें और सेहत संबंधी सभी जानकारी प्राप्त करें। बच्चों की सेहत सबसे महत्वपूर्ण है, इसलिए सभी कदम सावधानी से उठाएं।
More Stories
विटामिन K2: हड्डियों को खोखला बना सकती है इस विटामिन की कमी, इन चीज़ों से करें इससे बचाव.. – दैनिक जागरण
मोटापा: हेल्दी दिखने वाले वो फूड्स, जो बढ़ा सकते हैं वजन! डायटीशियन से जानें – राजनीति गुरु
राजनीति गुरु