पीरियड्स के दौरान महिलाओं को होने वाली ये समस्या हैं मेंसुरल क्लॉट्स, जो उनकी सेहत के लिए एक खतरा बन सकते हैं। इन क्लॉट्स की उत्पत्ति का मुख्य कारण होता है यूटेरस की एंडोमेट्रियम लाइनिंग की टूटना। जिससे ब्लड क्लॉट्स बनने लगते हैं।
महिलाओं में पीरियड्स के दौरान लगभग 80 मि.ली. ब्लड का लॉस होता है, जिससे क्लॉट्स बनने की संभावना बढ़ जाती है। इसे गंभीर समस्यओं का संकेत माना जा सकता है। इसके लिए एक्सपर्ट्स से बात की गई, जिन्होंने इस समस्या के कारण और इलाज के बारे में जानकारी दी।
क्या आप जानते हैं कि 45 से 55 साल की उम्र में क्लॉट्स का होना कैंसर का संकेत हो सकता है? इस समस्या को हार्मोन्स की मदद से ठीक किया जा सकता है, लेकिन कैंसर का अंदेशा भी हो सकता है।
इस समस्या का इलाज सही समय पर कराना बेहद महत्वपूर्ण है। अगर आप महिलाओं में मेंसुरल क्लॉट्स के बारे में और जानकारी चाहते हैं तो आपको एक्सपर्ट्स से संपर्क करना चाहिए।
जानकारी के अनुसार, यदि आपको इस समस्या के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए समय-समय पर जाँच और देखभाल करानी चाहिए।
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