मई 8, 2024

Rajneeti Guru

राजनीति, व्यापार, मनोरंजन, प्रौद्योगिकी, खेल, जीवन शैली और अधिक पर भारत से आज ही नवीनतम भारत समाचार और ताज़ा समाचार प्राप्त करें

एड्स जागरुकता और बचाव के लिए वेबसाइट राजनीति गुरु में हुआ रेड रिबन क्विज – दैनिक भास्कर

एड्स जागरुकता और बचाव के लिए वेबसाइट राजनीति गुरु में हुआ रेड रिबन क्विज – दैनिक भास्कर

‘रेड रिबन क्विज’ ने अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई, नवी साथियों में जागरुकता बढ़ाई

एमएल एकेडमी में हाल ही में ‘रेड रिबन क्विज’ का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण क्विज के माध्यम से छात्रों को एड्स और एड्स जागरुकता के बारे में ज्ञान दिया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन एमएल एकेडमी के प्रभारी प्रिंसिपल, श्री शरद चंद्र झा ने किया।

इस क्विज के माध्यम से एड्स के लक्षण, परिभाषा, उपचार, और सुरक्षा के बारे में छात्रों को ज्ञान मिला। यह क्विज छात्रों की जागरूकता में वृद्धि करने के साथ-साथ उन्हें सलाह देने का भी एक माध्यम बना। इसके अलावा, इस क्विज के माध्यम से छात्रों को एड्स-मुक्त जीवन की महत्ता समझाई गई।

इस क्विज में प्रतिभाशाली छात्रों को उपहास्य सवाल-जवाब, मेरे-मेरे में गतिविधियों और आंकड़ों से संबंधित प्रश्नों के माध्यम से ज्ञान दिया गया। इस क्विज के चौथे अध्याय में, छात्रों ने रेड रिबन डे के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।

निशांत कुमार और गोलू कुमार ने इस क्विज के माध्यम से पहले स्थान की हासिली की। इसके अलावा, जिला स्कूल के पारस कुमार और रवि रंजन ने दूसरे स्थान पर अपना नाम दर्ज किया। मुकुल चौधरी हाई स्कूल के आदर्श आकाश और राहुल कुमार ने भी अपनी तृतीय स्थान की हासिली की।

यह क्विज एमएल एकेडमी के छात्रों द्वारा सराहा गया और उन्हें इसके माध्यम से सिद्धांतों की कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली। इसके अलावा, इस क्विज में शिक्षकों के संपर्क में भी आने का और उनके साथ अच्छी रिश्ता बनाने का एक बहुत अच्छा मौका भी मिला।

इस रोचकता भरे क्विज ने आगे के दिनों में ‘रेड रिबन’ संगठन और ‘एमएल एकेडमी’ के बीच एक और पुरस्कार वितरण के लिए मार्गदर्शन का काम किया। और हमें गर्व है कि ‘रेड रिबन क्विज’ इसके माध्यम से एक काबिल प्रशिक्षक के रूप में रेड रिबन और एड्स जागरुकता के प्रमुख प्रश्नों का पता लगाने वाले छात्रों के विकास की ओर यात्रा का हिस्सा बनी।

READ  राजनीति गुरु: 70 साल में पहली बार सिफिलिस रोग के सबसे अधिक मामले दर्ज, वैज्ञानिकों ने कहा ये एपिडेमिक का संकेत - अमर उजाला