मई 20, 2024

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राजनीति गुरु वेबसाइट: उत्तरकाशी सुरंग में बेटा मौत को हराकर निकला, इंतजार कर रहे पिता नहीं देख सके वापसी, रेस्क्यू से कुछ घंटे पहले ही तोड़ा दम – आज तक

राजनीति गुरु वेबसाइट: उत्तरकाशी सुरंग में बेटा मौत को हराकर निकला, इंतजार कर रहे पिता नहीं देख सके वापसी, रेस्क्यू से कुछ घंटे पहले ही तोड़ा दम – आज तक

उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग से निकाले गए 41 श्रमिकों में से एक श्रमिक के पिता की बेटे की मौत हो गई है। मुर्मू के दामाद ठाकर हांसदा ने बताया कि उनकी मौत दिल के दौरे से हुई है। उनके परिवार के सदस्यों ने कहा कि मुर्मू अपने बेटे के बारे में चिंतित थे। बेटे को बचाने के बाद उसे हवाई मार्ग से रांची ले जाएगा गया है। उत्तराखंड सरकार ने 24 घंटे तक श्रमिकों को एम्स ऋषिकेश में निगरानी में रखने का फैसला किया है। यह ऑपरेशन 17 दिनों तक चला है और बहुत सारे श्रमिकों को सुरंग से निकाला गया है।

उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग में हाल ही में हुए घटनाक्रम में 41 श्रमिकों में से एक की मौत हो गई है। इस खबर के अनुसार, श्रमिक के पिता के बेटे के बारे में चिंतित होने के बाद श्रमिक को बचाने के लिए वे हवाई मार्ग से रांची ले जाए जाएंगे। दामाद ठाकर हांसदा ने बताया कि उनकी मौत दिल के दौरे के कारण हुई है। श्रमिक के परिवार के सदस्यों ने इस बात की जानकारी दी कि उन्हें पहले से ही अपने बेटे के बारे में चिंता थी।

ऐसी सड़क सुरंगों में घटनाएं अक्सर सामान्य हो जाती हैं, परंतु यह घटना हर किसी को सोचने पर मजबूर कर रही है। इस मामले में उत्तराखंड सरकार ने 24 घंटे तक श्रमिकों को एम्स ऋषिकेश में निगरानी में रखने का फैसला किया है, ताकि ऐसी आपदाएं अगली बार से कम हो सकें। यह ऑपरेशन कई दिनों से चल रहा है और इस दौरान बहुत सारे श्रमिकों को सुरंग से बन्दूक के माध्यम से निकाला गया है।

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हालांकि, यह दुखद समाचार है कि इस ऑपरेशन में घटित हुए हादसे की वजह से एक परिवार के बेटे की जान चली गई है। इस मामले में श्रमिक के परिवार के सदस्य बहुत ही शोकमग्न हैं और उन्होंने बताया कि मुर्मू अपने बेटे को बचाने के लिए ही सुरंग में जा रहे थे। इस दुःखभरे घटना से पता चलता है कि श्रमिकों की सुरंग से निकालने की प्रक्रिया भी काफी चुनौतीपूर्ण हो सकती है और इससे किसी के जीवन की खतरे में डालने का खतरा भी बना रहता है।

एक ओर इस मामले में श्रमिकों की सुरंग से निकालने की प्रक्रिया हेतु उत्तराखंड सरकार का निर्णय काबू में है, वहीं ऐसी घटनाओं से हमेशा सतर्क रहना चाहिए और सुरंग सुरक्षा की खामियों को जल्द से जल्द दूर करने के लिए प्रशासनिक तंत्र को कड़ी सख्ती से कार्यवाही करनी चाहिए।