बारिश के कारण देशभर में आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मानसून के दौरान तापमान कम होने और हाई ह्यूमिडिटी के कारण लोग बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी के संपर्क में आते हैं। इसलिए, बढ़ते आई फ्लू के मामलों के द्वारा प्रभावित होने से बचना आवश्यक है।
आई फ्लू या कंजंक्टिवाइटिस एक संक्रमण है जो कंजंक्टिवा की सूजन का कारण बनता है। इसके लक्षणों में लालपन, सूजन, खुजली, जलन, रोशनी के प्रति संवेदनशीलता, सफेद चिपचिपा पदार्थ निकलना और अधिक आंसू आना शामिल हैं। कंजंक्टिवाइटिस के कारण आंखों का सफेद भाग गुलाबी या लाल हो जाता है, इसलिए इसे ‘पिंक आई’ भी कहा जाता है।
कंजंक्टिवाइटिस के विभिन्न कारण हो सकते हैं, जैसे कि वायरल संक्रमण, बैक्टीरियल संक्रमण और एलर्जिक रिएक्शन। इन सभी कारणों से बचने के लिए अपने हाथों की स्वच्छता पर ध्यान देना, निजी वस्तुओं को साझा न करना, इस्तेमाल होने वाले ब्यूटी प्रोडक्ट को एक्सपायर होने के बाद न इस्तेमाल करना और हाथों को धोने आदि कार्य करने की सलाह दी जाती है।
इस लेख का प्रयोजन सामान्य सूचना प्रदान करना है। हालांकि, चिकित्सा सलाह के बजाय इसे इस्तेमाल करने से पहले और बाद में अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए, आप ‘राजनीति गुरु’ वेबसाइट पर जा सकते हैं।
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