जानवरों से मनुष्य तक पहुंच रही खतरनाक बीमारियों के बारे में जागरूक करने के लिए सरकारों और विशेषज्ञों की मुहिम में तेजी आ रही है। इसकी वजह चमगादड़, चूहे, मच्छर, पैंगोलिन, सूअर, केटल्स, बैक्टीरियम और अफ्रीकी मक्खी जैसे जानवरों से फैलने वाली बीमारियां हैं।
चमगादड़ वायरस जैसी घातक बीमारी की बढ़ती संख्या पर कई शोधकर्ताओं ने चिंता व्यक्त की है। अफ्रीका में चमगादड़ से मंगाई जा रही स्लीपिंग सिकनेस ने समाचार क़ायम होगया है।
चूहे के पंचमाही खतरे के ज्ञात होने के कारण भी मांस पदार्थ के सहारे होने वाली बीमारियों को नई चेतावनी दी जा रही है।
मच्छरों से होने वाली मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों का सबसे बड़ा कारण इनके काटने से फैलने वाला वायरस है।
पैंगोलिन के एकांगी भूमिका ने कोविड-19 जैसी महामारी को फैलाने में मदद की है।
अफ्रीकी मक्खी से फैलने वाली अफ्रीकी स्लीपिंग सिकनेस के केस भी बढ़ रहे हैं।
इसी तरह केटल्स और बैक्टीरियम माइकोबैक्टीरियम बोविस के कारण जानवरों से मनुष्य में टीबी का प्रसार हो रहा है।
कुल मिलाकर, जानवरों से मनुष्य तक पहुंचने वाली बीमारियों की वजह समझकर जनसमुदाय को सतर्क रहना होगा। नहीं तो इन बीमारियों का नियंत्रण करना मुश्किल हो सकता है।
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