ईरान के राजदूत ने दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हुए इसराइली हमले में पांच लोगों की मौत की दुखद खबर दी। इस हमले में सीरिया में सीनियर रिवोल्यूशनरी गॉर्ड्स कमांडर भी निशाने पर आए और मारे गए। हमले के बाद ईरानी दूतावास की इमारत में भी काफी हानि हुई है।
इस हमले को घिनौना आतंकी हमला बताते हुए ईरान और सीरिया के विदेश मंत्रियों ने निंदा जताई है। इसराइल की सेना ने विदेशी मीडिया की रिपोर्टों पर कोई जवाब नहीं दिया है। इस हमले के बाद एक चुनौती के रूप में इसराइल की ओर से भी देखा जा रहा है।
सीरिया के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि एयर डिफ़ेंस सिस्टम ने इसराइल की मिसाइलों को रोक दिया, लेकिन कुछ मिसाइलें बिल्डिंग को नुक़सान पहुंचाने में कामयाब रहीं। ईरानी विदेश मंत्री ने इस हमले को “अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों और संधियों का उल्लंघन” बताया और स्पष्ट किया कि इसके परिणामों की ज़िम्मेदारी इसराइल पर है।
इस हमले ने दागे ईरान-इसराइल संबंधों में और भी तनाव घटा दिया है। अब देखना होगा कि इस घटना के बाद किस तरह के नये दांव किए जाते हैं।
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