बिहार विधानसभा चुनाव‑2025 के दूसरे और अंतिम चरण का प्रचार रविवार शाम को समाप्त हो गया है। इस चरण में राज्य की 122 सीटों पर कल मतदान होना है। पहले चरण में 6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान हुआ था, जिसमें रिकॉर्ड 64.66 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।
पहले चरण में हुए मतदान से यह स्पष्ट हुआ कि मतदाता चुनावी प्रक्रिया में उच्च स्तर की भागीदारी दिखा रहे हैं। पहली पारी में सुरक्षा‑व्यवस्था और मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही। अब बिहार के विभिन्न क्षेत्रों की 122 सीटें मतदान के लिए तैयार हैं, जिनमें ग्रामीण और शहरी दोनों प्रकार के निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं।
प्रचार के अंतिम दिन सभी राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास तेज कर दिया। सत्ता पक्ष ने अपने पिछले कार्यकाल और विकास योजनाओं को उजागर किया, जबकि विपक्ष ने बदलाव और नई दिशा का संदेश दिया। इस अंतिम चरण में उम्मीदवारों ने क्षेत्रीय मुद्दों, रोजगार और सामाजिक कल्याण पर जोर दिया।
पहले चरण में दर्ज 64.66 प्रतिशत मतदान ने बिहार में लोकतंत्र की मजबूती और जनता की सक्रिय भागीदारी का संकेत दिया। चुनावी विश्लेषक मानते हैं कि यह उच्च मतदान मतदाताओं की सशक्त भूमिका और राजनीतिक प्रक्रिया में उनकी संलिप्तता को दर्शाता है।
मतदान अधिकारियों ने सभी मतदान केंद्रों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की है। महिलाओं, बुजुर्गों और differently‑abled मतदाताओं के लिए सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। चुनाव आयोग ने सुनिश्चित किया है कि मतदान शांतिपूर्ण और पारदर्शी तरीके से संपन्न हो।
कल के मतदान के परिणाम पूरे चुनाव की दिशा तय कर सकते हैं। पहले चरण में बढ़ी मतदान दर से यह संकेत मिला कि मतदाता उच्च स्तर पर सक्रिय हैं। अंतिम चरण में वोटिंग का परिणाम सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए निर्णायक हो सकता है। यह मतदान राज्य की राजनीतिक दिशा और सत्ता संरचना के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
बिहार विधानसभा चुनाव‑2025 का अंतिम चरण कल संपन्न होगा। 122 सीटों पर मतदान के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि पहले चरण में हुई उच्च मतदान दर का लाभ किसे मिला। प्रचार समाप्त होने के बाद अब चुनाव का मुख्य फोकस केवल मतदान और मतगणना पर रहेगा। यह चरण बिहार की राजनीति में निर्णायक साबित होने वाला है और यह मतदाता, दलों और भविष्य की राजनीतिक स्थिति को प्रभावित करेगा।
