
चेन्नई: अभिनेता से राजनेता बने विजय, जो तमिलागा वेट्री कझगम (TVK) के प्रमुख हैं, ने अपने बहुचर्चित राज्यव्यापी अभियान “I am coming” की शुरुआत कर दी है। यह अभियान शनिवार को तिरुचिराप्पल्ली से शुरू हुआ और आगामी तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की पहली बड़ी राजनीतिक रैली साबित हुआ।
इस अभियान का उद्देश्य TVK को तमिलनाडु की राजनीति में एक नए विकल्प के रूप में पेश करना है। विजय ने संकेत दिया है कि वे सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) दोनों की आलोचना करेंगे। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह आंदोलन केवल राजनीतिक प्रतिस्पर्धा तक सीमित नहीं है, बल्कि लोगों को एक नए प्रकार की शासन व्यवस्था का वादा करता है।
कार्यक्रम के दौरान एक विशेष रूप से तैयार किया गया चुनावी वाहन पेश किया गया, जिस पर तमिलनाडु के राजनीतिक इतिहास के प्रतिष्ठित नेताओं की तस्वीरें लगी थीं। इसके साथ ही बड़े अक्षरों में लिखा नारा “I am coming” विजय के संकल्प और आत्मविश्वास को प्रदर्शित कर रहा था।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि तिरुचिराप्पल्ली को शुरुआत का स्थान इसलिए चुना गया क्योंकि यह राज्य की राजनीति में भौगोलिक रूप से केंद्रीय महत्व रखता है। आने वाले हफ्तों में विजय कई जिलों का दौरा करेंगे, जनसभाओं को संबोधित करेंगे और सीधे स्थानीय लोगों से संवाद करेंगे।
अपने उद्घाटन भाषण में विजय ने राजनीतिक बदलाव की ज़रूरत पर जोर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि DMK ने जनता से किए वादे पूरे नहीं किए और साथ ही बीजेपी से अपने वैचारिक मतभेदों का उल्लेख किया। विजय ने कहा, “लोग अब ईमानदारी और जवाबदेही चाहते हैं, खोखले वादे नहीं।”
TVK कार्यकर्ताओं के अनुसार, यह अभियान शिक्षा, रोजगार, सार्वजनिक सेवाओं और स्थानीय विकास जैसे जमीनी मुद्दों पर केंद्रित रहेगा। पार्टी का मानना है कि विजय की लोकप्रियता और उनकी नई राजनीतिक पहचान मिलकर खासकर युवाओं को आकर्षित करेगी।
विश्लेषकों का मानना है कि विजय के सामने दोहरी चुनौती है—अपने प्रशंसकों की ऊर्जा को बनाए रखना और साथ ही आम मतदाताओं को यह विश्वास दिलाना कि वे एक गंभीर राजनीतिक नेता हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए अभियान की रणनीति अनुशासन, नागरिकों से सीधा संवाद और जिम्मेदाराना रुख पर जोर देती है।
पार्टी अधिकारियों ने बताया कि विजय ने अपने समर्थकों से रैलियों में अनुशासन बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने यह भी कहा है कि जनता से मिले सुझावों को दर्ज किया जाए ताकि उनकी नीतियों को और मजबूत बनाया जा सके।
“I am coming” अभियान को राज्य की राजनीति में गंभीरता से देखा जा रहा है। जहाँ DMK अभी भी प्रमुख पार्टी बनी हुई है और बीजेपी अपनी पकड़ बढ़ाने की कोशिश कर रही है, वहीं विजय की TVK यदि इस उत्साह को वोटों में बदल पाती है तो वह एक मजबूत तीसरी ताकत के रूप में उभर सकती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस अभियान का प्रतीकवाद—उसकी छवि, नारा और लहजा—यह दर्शाता है कि TVK पारंपरिक राजनीति से अलग राह चुनना चाहती है। एक पर्यवेक्षक ने कहा, “लोकतंत्र में नई आवाज़ों का प्रवेश हमेशा महत्वपूर्ण होता है। विजय का अभियान इस बात की परीक्षा है कि क्या स्टार पावर स्थायी राजनीति में बदल सकती है।”
अभियान की सफलता इस पर निर्भर करेगी कि TVK जनता की वास्तविक चिंताओं को कितना प्रभावी ढंग से संबोधित करती है, संगठन को कितना मजबूत बनाती है और विविध मतदाताओं के बीच कितना भरोसा कायम करती है। फिलहाल, विजय का संदेश स्पष्ट है—वे सिर्फ करिश्मे के बल पर नहीं, बल्कि बदलाव के वादे के साथ मैदान में हैं।