IPS अफसर को कॉल पर मचा बवाल, NCP बोली- गलतफ़हमी
कॉल पर उठे सवाल
नई दिल्ली: उपमुख्यमंत्री अजीत पवार इन दिनों एक फ़ोन कॉल को लेकर विवादों में घिर गए हैं। जानकारी सामने आई है कि जिस समय एक IPS अधिकारी अवैध रेत खनन की शिकायत की जांच कर रहे थे, उसी दौरान पवार ने उन्हें कॉल किया। इस घटना के बाद विपक्ष ने इसे ‘दबाव बनाने’ की कोशिश बताया, जबकि पवार का कहना है कि उन्होंने सिर्फ़ स्थिति को शांत करने के लिए बात की थी।
पवार का बचाव
अजीत पवार ने सफाई देते हुए कहा कि उनका मक़सद केवल हालात को सामान्य करना था। उन्होंने कहा, “मैंने सिर्फ़ तनाव कम करने और विवाद न बढ़े, इसके लिए कॉल किया था।” वहीं, उनकी पार्टी NCP ने इसे गलतफ़हमी करार दिया है और कहा कि पवार का बोलने का अंदाज़ हमेशा सीधा और साफ़ रहा है, जिसे लोग कई बार गलत तरीके से समझ लेते हैं।
NCP की दलील
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अजीत पवार अपने सीधे और बेबाक रवैये के लिए जाने जाते हैं। “उनकी बातचीत का अंदाज़ अकसर कठोर लग सकता है, लेकिन इसका मतलब दबाव डालना नहीं होता।” NCP ने यह भी कहा कि विपक्ष इस मुद्दे को बेवजह तूल देकर राजनीतिक फ़ायदा उठाना चाहता है।
निष्कर्ष
IPS अधिकारी को कॉल के मामले ने अजीत पवार को असहज स्थिति में ला खड़ा किया है। जहाँ विपक्ष इसे ‘ब्लफ़ टॉक’ बताकर हमला बोल रहा है, वहीं पवार और उनकी पार्टी इसे ‘सिचुएशन डिफ्यूज़’ करने का प्रयास मान रही है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद और कितना राजनीतिक रंग लेता है।