कुकी समझौते का दावा, लेकिन नागा काउंसिल ने 8 सितंबर से शुरू करने का किया ऐलान
कुकी समूहों से समझौता
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने दावा किया है कि मणिपुर में कुकी संगठनों के साथ समझौता हो चुका है और स्थिति सामान्य करने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, सरकार को उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री की आगामी मणिपुर यात्रा से पहले यह बड़ी सफलता राजनीतिक संदेश देगी।
नगा काउंसिल का विरोध
लेकिन इसी बीच, यूनाइटेड नगा काउंसिल (UNC) ने ऐलान किया है कि वह 8 सितंबर से राज्यभर में “व्यापार बंद” आंदोलन छेड़ेगा। काउंसिल ने कहा कि भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने और फ्री मूवमेंट रेजीम (FMR) को खत्म करने के फैसले का वे सख्त विरोध करेंगे। उनका आरोप है कि यह कदम न सिर्फ पारंपरिक रिश्तों को तोड़ेगा बल्कि सीमावर्ती समुदायों की आजीविका पर भी असर डालेगा।
पीएम की यात्रा पर असर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मणिपुर यात्रा ऐसे समय में होने जा रही है जब राज्य में राजनीतिक और सामाजिक तनाव अपने चरम पर है। कुकी संगठनों से समझौते के बावजूद नागा संगठनों का आंदोलन केंद्र के लिए सिरदर्द बन सकता है। राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि यह मुद्दा केंद्र सरकार की “सामंजस्य और शांति” की नीति पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।
निष्कर्ष
केंद्र ने जहां कुकी संगठनों को साधने की कोशिश की है, वहीं नगाओं का विरोध उसकी रणनीति को कमजोर कर सकता है। आने वाले दिनों में मणिपुर की राजनीति इस बात पर निर्भर करेगी कि केंद्र इस संकट को कैसे संभालता है और क्या पीएम की यात्रा वास्तव में शांति और समाधान का संदेश दे पाएगी।