स्थानीय चुनाव से पहले हिंदू नाराज़गी का डर, LDF-TDB भी रुख नरम करने के संकेत
विपक्ष का आरोप
तिरुवनंतपुरम: सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर चल रहे विवाद के बीच अब राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। कांग्रेस ने अयप्पा सम्मेलन को लेकर CPM पर निशाना साधा है, लेकिन साफ किया है कि वह इसका बहिष्कार नहीं करेगी। माना जा रहा है कि आगामी निकाय चुनाव और अगले साल विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस और UDF खुलकर हिंदू समुदाय को नाराज़ करने का जोखिम नहीं उठाना चाहते।
CPM पर कांग्रेस का वार
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि CPM इस मुद्दे पर धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है। पार्टी का आरोप है कि अयप्पा सम्मेलन का मकसद केवल चुनावी लाभ लेना है, न कि श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करना।
चुनावी समीकरण
विशेषज्ञ मानते हैं कि कांग्रेस और UDF की रणनीति स्पष्ट है — वह हिंदू वोट बैंक को साधे रखना चाहते हैं। दूसरी ओर, LDF और मंदिर बोर्ड (TDB) भी इस बार अपेक्षाकृत नरम रवैया अपनाते दिख रहे हैं। चर्चाओं में यह बात निकलकर आई है कि महिलाओं के प्रवेश को लेकर पहले का सख्त रुख अब शायद थोड़ा ढीला पड़ सकता है।
निष्कर्ष
सबरीमाला विवाद को लेकर राजनीति फिर से गर्म हो रही है। जहां कांग्रेस बहिष्कार से बचते हुए CPM को घेरने की कोशिश कर रही है, वहीं LDF और TDB भी अपने स्टैंड पर लचीलापन दिखाने लगे हैं। साफ है कि इस मुद्दे पर आने वाले दिनों में राजनीतिक समीकरण और भी दिलचस्प होने वाले हैं।