NSS और SNDP ने किया सरकार के आयोजन का समर्थन, CPI(M) ने साधा हिंदू वोटों पर निशाना
संगठनों का LDF को समर्थन
तिरुवनंतपुरम: केरल की राजनीति में अयप्पा सम्मेलन बड़ा मुद्दा बन गया है। इस बीच नायर सर्विस सोसाइटी (NSS) और SNDP योगम ने मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन सरकार के इस आयोजन को पूरा समर्थन दिया है। यह सम्मेलन सबरीमाला श्रद्धालुओं के लिए आयोजित किया जा रहा है, जिसे CPI(M) का हिंदू मतदाताओं तक पहुंचने का बड़ा कदम माना जा रहा है।
BJP पर दबाव बढ़ा
जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस आयोजन का विरोध जताया है, वहीं प्रमुख हिंदू संगठनों के समर्थन से उसके लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। राजनीतिक हलकों का मानना है कि यह कदम भाजपा की रणनीति को चुनौती देगा और चुनावी समीकरणों में बदलाव ला सकता है।
चुनावी असर
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सबरीमाला मुद्दा लंबे समय से केरल की राजनीति का अहम हिस्सा रहा है। अब CPI(M) इस सम्मेलन के जरिए हिंदू समुदाय से सीधे जुड़ने की कोशिश कर रही है। NSS और SNDP जैसे संगठनों का साथ मिलना वाम मोर्चे के लिए चुनाव में बड़ा गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
अयप्पा सम्मेलन को लेकर उठे विवाद ने भाजपा को बैकफुट पर ला दिया है। वहीं LDF सरकार को प्रमुख हिंदू संगठनों का समर्थन मिलने से उसका आत्मविश्वास और बढ़ गया है। आने वाले विधानसभा चुनावों में यह मुद्दा हिंदू मतदाताओं की भूमिका तय कर सकता है।