वंचित और घुमंतू जातियों के लिए कल्याण बोर्ड गठन से 1.5 करोड़ लोगों को मिलेगा लाभ
एनडीए में खींचतान और सुलह की कोशिश
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में एनडीए सहयोगियों के बीच हाल के दिनों में मतभेद खुलकर सामने आए। एनडीए घटक दल निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने यहां तक कह दिया था कि यदि भाजपा चाहे तो गठबंधन तोड़ दे। इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई थी।
योगी आदित्यनाथ की सक्रियता
तनावपूर्ण माहौल के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहल करते हुए सहयोगियों को साथ लाने की कोशिश की। सूत्रों के मुताबिक, सीएम योगी ने संवाद और समझौते के जरिए मतभेदों को सुलझाने का प्रयास किया। इस दौरान सरकार ने एक अहम कदम उठाते हुए विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जातियों के लिए कल्याण बोर्ड के गठन की घोषणा की।
1.5 करोड़ लोगों को लाभ
अनुमान है कि इस कल्याण बोर्ड के गठन से प्रदेश के लगभग 1.5 करोड़ लोग सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे। यही वजह है कि संजय निषाद ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की और कहा कि यह फैसला सामाजिक न्याय और वंचित वर्गों के लिए ऐतिहासिक साबित होगा।
निष्कर्ष
यूपी एनडीए में खींचतान के बावजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल से सहयोगियों के बीच दरार को फिलहाल पाटने की कोशिश सफल होती दिख रही है। सामाजिक न्याय और वंचित वर्गों के कल्याण के लिए उठाए गए कदम से राजनीतिक समीकरणों पर भी सकारात्मक असर पड़ सकता है।