वित्त मंत्री ने सदन में रखा अनुपूरक बजट, नेताओं ने एक स्वर में शिबू सोरेन को सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने की मांग की
रांची, 23 अगस्त: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान आज राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष का पहला अनुपूरक बजट सदन में पेश किया। इस बीच, सदन में कई सदस्यों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की जोरदार मांग उठाई।
अनुपूरक बजट की प्रमुख बातें
वित्त मंत्री ने सदन में बताया कि अनुपूरक बजट राज्य की विकास योजनाओं और कल्याणकारी कार्यक्रमों को गति देने के लिए आवश्यक है। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे पर विशेष ज़ोर दिया गया है।
भारत रत्न की मांग गूँजी
सदन में विपक्ष और सत्ता पक्ष के कई नेताओं ने एक स्वर में कहा कि शिबू सोरेन का झारखंड और आदिवासी समाज के लिए योगदान अमूल्य है। उनका कहना था कि ‘धरती आबा’ बिरसा मुंडा की तरह ही शिबू सोरेन ने भी राज्य की पहचान और अधिकारों के लिए जीवनभर संघर्ष किया है, इसलिए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए।
सरकार का रुख
मुख्यमंत्री ने भी इस मांग पर सहमति जताते हुए कहा कि राज्य सरकार केंद्र को प्रस्ताव भेजेगी। उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन का योगदान सिर्फ झारखंड तक सीमित नहीं है, बल्कि उनका संघर्ष पूरे देश के लोकतांत्रिक इतिहास में दर्ज है।
निष्कर्ष
सदन में हुए इस प्रस्ताव से शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की आवाज़ और तेज हो गई है। अब देखना होगा कि केंद्र सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।