सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एनडीए ने जताई खुशी, भाजपा ने आयोग के ‘निर्भीक और पारदर्शी’ रुख की सराहना की
नई दिल्ली, 15 अगस्त:
सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश का जोरदार स्वागत किया है। एनडीए नेताओं का कहना है कि यह फैसला चुनाव आयोग के कार्यों को और मजबूती देगा और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को पारदर्शी बनाएगा।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (Special Summary Revision) की प्रक्रिया को बाधित करने की उसकी कोशिशें जनता के विश्वास के खिलाफ हैं। वहीं, बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता और पारदर्शिता की प्रशंसा करते हुए कहा कि आयोग ने संविधान और कानून के दायरे में रहकर सराहनीय कार्य किया है।
घटना की पृष्ठभूमि
बिहार में मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं। कांग्रेस का आरोप है कि इस प्रक्रिया में सत्तारूढ़ दल अपने राजनीतिक हित साध रहा है, जबकि भाजपा का दावा है कि यह कदम मतदाता सूची को सटीक और अद्यतन रखने के लिए ज़रूरी है। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुँचा, जिसने आयोग के पक्ष में फैसला देते हुए कार्य को जारी रखने की अनुमति दी।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
एनडीए नेताओं ने इसे ‘लोकतंत्र की जीत’ करार दिया, वहीं कांग्रेस ने कोर्ट के आदेश पर संयमित प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह कानूनी विकल्पों पर विचार करेगी। जे.पी. नड्डा ने कहा, “कांग्रेस को समझना चाहिए कि मतदाता सूची की शुद्धता लोकतंत्र का मूल है, न कि इसका राजनीतिकरण।”
निष्कर्ष
सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश न केवल चुनाव आयोग की स्वतंत्रता को सशक्त करता है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव व्यवस्था ही लोकतांत्रिक भारत की सबसे बड़ी ताकत है।