एलजेपी (आरवी) सांसद वीणा देवी और जेडीयू विधायक दिनेश सिंह को भी नोटिस, शनिवार तक जवाब देने की समय सीमा
पटना, 16 अगस्त:
चुनाव आयोग ने ‘वोट चोरी’ विवाद को लेकर विपक्ष के बढ़ते दबाव के बीच सख़्ती दिखाते हुए राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को कथित ‘फर्जी वोटर आईडी’ सरेंडर करने का आदेश दिया है। आयोग ने इसके लिए शनिवार तक की समय सीमा तय की है।
एलजेपी और जेडीयू नेताओं पर भी आरोप
तेजस्वी यादव के साथ-साथ लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की सांसद वीणा देवी और उनके पति, जेडीयू के विधान परिषद सदस्य दिनेश सिंह को भी नोटिस भेजा गया है। आरोप है कि दोनों के पास दो-दो वोटर आईडी कार्ड हैं। आयोग ने इनसे भी 17 अगस्त तक स्पष्टीकरण मांगा है।
विपक्ष का दबाव और राजनीति
‘वोट चोरी’ मामले को विपक्ष ने बड़ा मुद्दा बना लिया है। कांग्रेस और राजद नेताओं का कहना है कि “चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता को इस तरह की गड़बड़ियों से धक्का लग रहा है।” वहीं, सत्तापक्ष इसे विपक्ष की साजिश बताकर चुनावी राजनीति का हिस्सा करार दे रहा है।
आयोग का रुख
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि वोटर सूची की शुचिता और पारदर्शिता से कोई समझौता नहीं होगा। सूत्रों के अनुसार, अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो संबंधित नेताओं पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
निष्कर्ष
‘वोट चोरी’ पर मचे घमासान ने बिहार की सियासत को और गरमा दिया है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि तेजस्वी यादव और अन्य नेताओं का क्या जवाब आता है और चुनाव आयोग आगे क्या कदम उठाता है।