मई 19, 2024

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राष्ट्रवाद गुरु – पाकिस्तान में बम विस्फोट की जिम्मेदारी ISIS ने ली: रैली में हुई थी 23 बच्चों समेत 54 की मौत; 10-12 किलो विस…

राष्ट्रवाद गुरु – पाकिस्तान में बम विस्फोट की जिम्मेदारी ISIS ने ली: रैली में हुई थी 23 बच्चों समेत 54 की मौत; 10-12 किलो विस…

बाजौर, पाकिस्तान – ख्याबर पख्तूनखवा राज्य के बाजौर में इस्लामिक स्टेट (ISIS) द्वारा आयोजित रैली में बम विस्फोट हुआ है। इस हमले में कुल मिलाकर 54 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें से 23 बच्चे भी शामिल थे। इस साथ ही कार्यवाहक मुख्यमंत्री आजम खान ने धमाके के मामले में रिपोर्ट तलब की हैं। ISIS ने एक बयान में हमले की जिम्मेदारी ली है। इस हमले की घटना राज्य में मौजूद थी, जहां जमीयत उलेमा इस्लाम (JUI-F) की रैली चल रही थी। इस हमले का समय राजनीतिक दलों के चुनावी प्रचार की अवधि में चुना गया है।

इस्लामिक स्टेट की लोकल यूनिट पहले भी JUI-F के नेताओं को धमकाया था। राष्ट्रपति ने भी इस घटना पर प्रभावित होकर घायलों के लिए सही इलाज की प्राथमिकता बताई है। JUI-F नेता शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली गठबंधन की सरकार, पाकिस्तान में है। इसके साथ ही TTP और अफगान तालिबान ने इस आक्रमण की निंदा कर चुके हैं।

यह हमला दुनिया के सबसे अमीर आतंकी संगठन ISIS की दबंगई को दर्शाता है। इस आंदोलन के बावजूद, पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की कड़ी सतर्कता के बावजूद इस हमले को रोकने में असमर्थ हुए। खबरों के अनुसार, यह घटना संदिग्धता की कमी द्वारा संभव हो सकती है, जिससे जीवन की खतरे के बारे में अनुमान नहीं लगाया जा सकता।

ख्याबर पख्तूनखवा राज्य में इस हमले के बाद सुरक्षा में और भी तंगी है। सरकार ने केवल मुख्यमंत्री आजम खान के साथ ही उन सारे नेताओं को सरकारी सुरक्षा प्रदान करने का फैसला किया है, जिन्हें मा सुरक्षा की आवश्यकता होती हो।

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इस हमले के बाद ख्याबर पख्तूनखवा राज्य में सुरक्षा प्राधिकारियों ने अधिक सतर्कता और जागरुकता मांगी है। लोगों को अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और सस्ते ध्यान न देने चाहिये।

यह हमला ख्याबर पख्तूनखवा प्रान्त के राजनीतिक एंड हक़ानिक्रंतियों के परिवारों के लिए एक दुःखद घटना है। इसके बावजूद, लोग इस आपत्तिजनक स्थिति में संयम से काम करने के लिए एकजुट हो गए हैं। राजनीतिक दलों ने हमले पर निंदा करते हुए स्पष्ट किया है कि हमेशा इस्लामिक भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए जूझ रहे हैं।

मानसिकता की खपी और आतंक संबंधी हमलों के विचार के बावजूद, ख्याबर पख्तूनखवा राज्य की मनमर्ज़ी सुरक्षा के बीच आराम ढूंढने के लिए कैबिनेट ने बाजौर में एक अद्यतित जांच प्रक्रिया की आवश्यकता पश्चिमी सरहद क्षेत्र की सुरक्षा के लिए कहा है, जो विशेष रूप से इस हमले के बादी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। यह मुद्दा आगामी चुनाव में एक महत्वपूर्ण मुद्दा हो सकता है, जहां आतंकवाद की आपत्तिजनक उग्रता केंद्र बन सकती है।

हमले के बाद अंदरूनी मामलों में मदद करने के लिए स्वयंसेवी संगठनों की भी भूमिका होगी। मान्यता है कि सरकारी अधिकारियों की विशेषता होगी, लेकिन लोगों की सहायता करने के लिए विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों द्वारा योजना और वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।

ख्याबर पख्तूनखवा में हाल ही में हुए हमले के बाद सभी लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे पुलिस और सुरक्षा बलों के निरीक्षण में सहायक होने की क्षमता रखें, जो राजस्व और लोक न्याय संस्था के संचालन में सहायक हो सकते हैं। इससे पूरी सुरक्षा और न्याय व्यवस्था की व्यवस्था सुरक्षित होगी, जिससे आतंकवादियों को वीर गति से हटाने और अमन को सबसे अधिक महत्वपूर्ण मानवाधिकार बनाए रखने में सहायता मिलेगी।

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हल्का भेदभाव लोगों को और आतंकवादियों को प्रभावित करने का एक सामाजिक मुद्दा है, जिसे पाकिस्तानी समाज को पूरी तरह से नष्ट नहीं करना चाहिए। पूरी दुनिया को मजबूत रहने की आवश्यकता है, जिससे लोग एकजुट हों और अमन को बनाए रखें।