रूस ने अपना नया एंटी-एयरक्राफ्ट गन ‘Derivatsiya PVO’ यूक्रेन में तैनात करने की योजना बनाई है। यह गन 57 मिलिमीटर का है और रूस के पुराने शिल्का और तुंगुस्का एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम को हटाने के लिए बनाया गया है। गन का मुख्य मकसद दुश्मन की क्रूज मिसाइल, MLRS गोले, विमान, जेट, हेलिकॉप्टर्स, ड्रोन और हल्के बख्तरबंद वाहनों को निष्तानाबूत करना है। इस गन की रेंज 6 किलोमीटर है और यह हर मिनट 120 गोलियां दाग सकता है। इसमें 500 हॉर्सपावर का इंजन और 7.62 मिलिमीटर की PKT Machine Gun भी लगी है। गन की लंबाई 7.14 मीटर, ऊंचाई 2.4 मीटर, चौड़ाई 3.2 मीटर और वजन 18.7 टन है। इस गन की स्पीड से उड़ने वाले दुश्मन के टारगेट को निशाना बनाने की क्षमता है।
यह गन यूक्रेन में तैनात किया जाएगा, जहां तनाव की स्थिति है। रूस ने इस नए एंटी-एयरक्राफ्ट गन को बनाकर अपनी सेना में एक और शक्तिशाली युद्धास्त्र शामिल कर लिया है। इस गन की उच्च गति और विशेषताएं उसे दुश्मन के विमान और उड़ने वाले हल्के वाहनों के खिलाफ अत्यधिक प्रभावी बनाती हैं।
इस गन के रखरखाव और तकनीकी जानकारी को ध्यान में रखते हुए, यह अद्वितीय युद्धास्त्र यूक्रेन की सीमाओं पर स्थित सेना के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। रूसी नेता ने इस गन को एक चुनौतीपूर्ण कार्रवाई के रूप में इस्तेमाल करने की योजना बनाई है, जिससे यूक्रेन को और अधिक परेशान किया जा सके।
इस नए एंटी-एयरक्राफ्ट गन के तैनात होने से युद्ध क्षेत्र में एक नई चुनौती उत्पन्न हो सकती है, जिससे यह राजनीतिक समीकरणों पर भी असर डाल सकता है। यह गन रूस की युद्ध तकनीक में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो दुनिया भर के राजनीतिक मामलों पर भी प्रभाव डाल सकता है।
More Stories
गाजा में रिफ्यूजी कैंपों की ओर बढ़े इजरायल के घातक टैंक, नेतन्याहू ने कहा- हमास को मिटा देंगे! – राजनीति गुरु
अमेरिका ने हमास के खिलाफ इजरायली कार्रवाई पर जताया समर्थन – राजनीति गुरु
राजनीति गुरु – 2022 में यूक्रेन के खार्किव में एक किलोमीटर तक घुसी रूसी सेना, रूस को हार की मिली थी इसी जगह; यूक्रेन ने रिजर… – दैनिक भास्कर