मई 20, 2024

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राजनीति गुरु: एआई के खेल में एप्पल भी उतरा, गूगल बार्ड को देगा कड़ी टक्कर | हरिभूमि

राजनीति गुरु: एआई के खेल में एप्पल भी उतरा, गूगल बार्ड को देगा कड़ी टक्कर | हरिभूमि

एप्पल ने Apple आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) सेक्टर में अपना पदार्पण किया है। कम्पनी ने एक नया प्लेटफॉर्म तैयार किया है, जिसका नाम Apple GPT है। इस प्लेटफॉर्म का उपयोग एप्पल अपने Chatbot की टेस्टिंग के लिए कर रही है। इसके लिए कंपनी के कई समूह इस प्लेटफॉर्म पर काम कर रहे हैं।

एप्पल के CEO ने AI को बड़ा माना है और इसे उत्पादों में शामिल करने की योजना बनाई है। इसके लिए उन्होंने जेनरेटिव AI पहल का नेतृत्व कर रहे जॉन जियानंद्रिया और क्रेग फेडेरिघी ने किया है।

इसी बीच, मेटा ने अपना नया एआई मॉडल, लामा 2, लॉन्च किया है। यह मॉडल टेक्स्ट और कोड का उत्पादन कर सकता है। यह नया मॉडल बड़ी तारीखों को साथ लेकर आया है और उच्च स्तर की जानकारी साझा करने की क्षमता रखता है।

विश्व के प्रमुख टेक कंपनी एप्पल ने अपने AI सेक्टर में एक बड़ा धांसू कदम उठाया है। कंपनी ने अपने Apple GPT प्लेटफॉर्म के जरिए AI में अपनी क्षमताओं को साबित किया है। यह प्लेटफॉर्म कंपनी के Chatbot की टेस्टिंग के लिए उपयोग हो रहा है। इसके लिए एप्पल के कई समूह इस प्लेटफॉर्म पर काम कर रहे हैं।

इस महत्वपूर्ण खबर में एप्पल के CEO ने AI को काफी महत्व दिया है और उत्पादों में इसका उपयोग करने का नया प्लान बनाया है। वर्तमान में Apple के जेनरेटिव AI का नेतृत्व कर रहे हैं जॉन जियानंद्रिया और क्रेग फेडेरिघी।

मेटा ने भी उसी समय अपने नए AI मॉडल, लामा 2, को लॉन्च किया है। यह मॉडल टेक्स्ट और कोड का उत्पादन कर सकता है। इसमें उच्च स्तर की जानकारी और बड़ी तारीखों को साझा करने की क्षमता मौजूद है। लामा 2 मेटा की तरफ से ऐतिहासिक उत्पाद है जो आगे चलकर बड़ी योजनाओं में मदद करेगा।

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एप्पल का यह कदम टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण औऱ नया युग का आगाज दिखा रहा है। AI कंपनियों के लिए सबसे अहम है, क्योंकि इसका उपयोग हर क्षेत्र में हो सकता है। बस इसे आभास करना होगा कि किस क्षेत्र में कितना फायदा होगा।

एप्पल के इस कदम से भारतीय लोगों को नए रोज़गार का एक और बडा और औधोगिक प्लेटफॉर्म मिलेगा। इससे हर कोई अपने Android से बहुत सफेद ड्रॉयर में अपने काम को नहीं करवाना पड़ेगा।

उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ सालों में ऐसे मन्दिरों में भी हम AI के माध्यम से विभिन्न कार्य पूरे करवाने वाले होंगे। ये नये विस्तार औऱ उच्च स्तरीय प्रौद्योगिकियॉं के लिए एक अच्छा समय होगा ।

(Note: This translation is provided in transliterated Hindi)