जापान की मुद्रा येन हाल ही में 34 साल के कमजोर स्तर पर पहुंच गई है। इसमें बैंक ऑफ जापान द्वारा नेगटिव ब्याज दरों का दौर खत्म करने की दिशा में उठाए गए कदम की भूमिका है। डॉलर के मुकाबले येन 152 के निचले स्तर पर पहुंच गया है।
इस कमजोरी की संभावित वजह से जापानी ऑटो फर्मों को कंपोनेंट्स सप्लाई करने वाली कंपनियों को भी फायदा हो सकता है। इसके साथ ही भारतीय बैंकों और कारोबारों को भी इससे लाभ हो सकता है। येन की कमजोरी से अंतरराष्ट्रीय बाजार में जापानी प्रोडक्ट्स सस्ते हो जाएंगे।
इसमें मारुति सुजुकी के लिए भी बड़ी खुशखबरी है। वित्त वर्ष 2021 में मारुति सुजुकी ने अपनी नेट टोटल इनकम का 3.6 परसेंट अपनी पैरेंट इकाई सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन (जापान) को दिया।
इससे देश में जापानी कंपनियों के उत्पादों की बिक्री में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। यह नई स्थिति अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक कदम साबित हो सकती है।
जापानी येन की मुद्रा में कमजोरी से जुड़ी ताजगी की समाचार को लेकर हम सभी उम्मीद कर रहे हैं कि इससे हमारी अर्थव्यवस्था को नया जोश मिलेगा। यह है जापान की येन की मुद्रा के कमजोर होने से उत्पन्न सूचनाएं।
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