मई 19, 2024

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राजनीति गुरु: अधिक प्रोटीन खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं, कैंसर के ट्यूमर का खतरा बढ़ाता हैं

राजनीति गुरु: अधिक प्रोटीन खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं, कैंसर के ट्यूमर का खतरा बढ़ाता हैं

“ज्यादा प्रोटीन खाने से कई प्रकार के कैंसर के ट्यूमर विकसित हो सकते हैं।”

कैंसर एक ऐसी घातक बीमारी है जो आजकल मानव समाज में धड़ाधड़ रही है। हाल की एक अध्ययन में पाया गया है कि ज्यादा मात्रा में प्रोटीन का सेवन करने से कई प्रकार के कैंसर के ट्यूमर विकसित होने की संभावना हो सकती है। यह रिसर्च इंस्टीट्यूशन द्वारा की गई है और उसमें कई प्रमुख विद्यालयों ने भी भाग लिया है, जैसे वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन, एमआईटी, हार्वर्ड के ब्रॉड इंस्टीट्यूट, ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी आदि।

“एक स्टडी में खुलासा हुआ कि कैंसर सेल्स में प्रोटीन काम करता है।”

एक नए अध्ययन में एक और खुलासा किया गया है, जहां प्रोटीन की भूमिका के बारे में चर्चा की गई है। इस अध्ययन के द्वारा साबित किया गया है कि कैंसर सेल्स में प्रोटीन की मात्रा काम करती है और इससे कैंसर के विकास की संभावना बढ़ जाती है।

“क्लिनिकल प्रोटिओमिक ट्यूमर एनालिसिस कंसोर्टियम के लोगों ने प्रमुख प्रोटीनों की जांच की है।”

इस महत्वपूर्ण अध्ययन में क्लिनिकल प्रोटिओमिक ट्यूमर एनालिसिस कंसोर्टियम के लोगों ने कैंसर सेल्स में मौजूद बहुत सारी प्रमुख प्रोटीनों की जांच की है। इससे यह साफ हुआ है कि इन प्रोटीन संगठन का गहरा संबंध होता है और इसकी वजह से ही कैंसर सेल्स अत्यधिक आकर्षित होती हैं।

“क्लिनिकल प्रोटीन ट्यूमर एनालिसिस कंसोर्टियम को राष्ट्रीय कैंसर संस्थान द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।”

क्लिनिकल प्रोटिन ट्यूमर एनालिसिस कंसोर्टियम राष्ट्रीय कैंसर संस्थान द्वारा वित्त पोषित होता है, जिससे इसकी संचालन विधि को आराम से प्रभावी बनाए रखा जा सकता है। ये शोध संस्थान नए उपचार विकसित करने में अहम भूमिका अदा करेगा।

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“इन अध्ययन नतीजों को पब्लिश किया गया है।”

यह महत्वपूर्ण अध्ययन की प्रकटीकरण विभिन्न संदर्भगत पत्रिकाओं में हो चुकी है। इससे इंटरनेशनल कम्युनिटी को उचित जानकारी मिल रही है और वे इसे ज्यादा विस्तारित रूप से समझ सकते हैं।

“इस विश्लेषण ने विभिन्न प्रकार के कैंसर के प्रमुख प्रोटीनों की पहचान की है।”

ये अध्ययन विभिन्न प्रकार के कैंसर के प्रमुख प्रोटीनों की पहचान करने में सफल रहा है। इससे नए उपचार विकसित करने में महत्वपूर्ण संसाधन बचा सकता है और रोगी को इससे बचाने वाली संभावनाएं भी बढ़ सकती हैं।

“विश्लेषण में साइटमैन कैंसर सेंटर के शोध सदस्यों ने 10,000 प्रोटीन का विश्लेषण किया है।”

इस अध्ययन के दौरान साइटमैन कैंसर सेंटर के शोधकर्ताओं ने 10,000 से अधिक प्रोटीन का विश्लेषण किया है। इससे संशोधकों को नए विचार प्राप्त होते हैं और कैंसर के प्रमुख प्रोटीनों की पहचान हो सकती है।

“इस विश्लेषण में कई महत्वपूर्ण कैंसर-प्रेरित प्रोटीनों की पहचान की गई है।”

विश्लेषण के नतीजों के अनुसार, कई महत्वपूर्ण कैंसर-प्रेरित प्रोटीनों की पहचान की जा चुकी है। ये प्रोटीन कैंसर के विकास को बढ़ावा देने में बहुत महत्वपूर्ण हो सकते हैं और इन प्रोटीनों को ध्यान में रखकर नए उपचार ढूंढ़े जा सकते हैं।

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