94 views 4 secs 0 comments

राघोपुर में तेजस्वी का वादा शंका के घेरे में

In Politics
October 13, 2025
rajneetiguru.com - राघोपुर में तेजस्वी वादा विवाद: मतदाताओं की प्रतिक्रिया। Image Credit – The Indian Express

राघोपुर — वह निर्वाचन क्षेत्र जहाँ राजद नेता तेजस्वी यादव की राजनीतिक पैठ मानी जाती है — में उनका हर परिवार को नौकरी देने का वादा कई लोगों द्वारा संदेह के साथ लिया गया है। नदी के बीच बसे इस क्षेत्र में, जहाँ उनकी पारिवारिक विरासत गहरी है, लोग बदलती उम्मीदों और चुनौतियों के बीच संतुलन तलाश रहे हैं।

तेजस्वी ने यह घोषणा INDIA ब्लॉक की व्यापक राजनीतिक रणनीति के तहत की थी। लेकिन राघोपुर में बहुत से मतदाता कहते हैं कि ऐसे वादे पहले भी सुने हैं। एक महिला ने कहा, “हमने पहले भी वादे सुने हैं। यहाँ तो रोज़मर्रा की जरूरतें और काम ज्यादा मायने रखते हैं।” लेकिन उन्होंने यह भी जोड़ा, “फिर भी हम तेजस्वी के साथ हैं; कोई और पार्टी हमारी तरह नहीं जानती।”

स्थानीय युवाओं ने भी इस वादे पर सवाल उठाए। एक 27 वर्षीय शिक्षक ने कहा, “अगर हर परिवार को एक नौकरी तुरंत मिल जाए, तो बाकी लोगों का क्या होगा? यह बहुत दूर की बात लगती है।” मगर उन्होंने यह मानते हुए जोड़ा कि किशोर के विचार “अच्छे” हैं भविष्य के लिए, मगर अभी नहीं।

प्रशांत किशोर का राघोपुर में कदम राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को और तीव्र बना रहा है। अपने अभियान के दौरान उन्होंने तेजस्वी के प्रदर्शन पर कटाक्ष किया और कहा, “राघोपुर लंबे समय से अनदेखा रहा है। यहाँ कोई अच्छी स्कूल नहीं, कोई इन्फ़्रास्ट्रक्चर नहीं। उन्हें जनता का गुस्सा डरना चाहिए, सिर्फ़ विपक्ष नहीं।” (NDTV) लेकिन गाँव के बुजुर्गों का कहना है कि किशोर के विचार भविष्य में काम आ सकते हैं — अभी वहाँ विरासत और नेतृत्व का प्रभाव अधिक है।

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह क्षण महत्वपूर्ण है। राघोपुर दशकों से यादव परिवार की पैठ में रहा है: लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और अब तेजस्वी। इस निरंतरता ने वोटरों में स्थिरता और पहचान दी है, जिससे बग़ावत कम होती है। लेकिन यदि वादे खोखले साबित हों और उम्मीदें बढ़ जाएँ, तो यह बन्धन परख पर आ सकता है।

ऐतिहासिक रूप से, राघोपुर के मतदाताओं ने विरासत के नेतृत्व का समर्थन किया है। लेकिन किशोर का प्रतिद्वंद्विता के रूप में प्रवेश — विशेष रूप से उस क्षेत्र में जो नियमित बाढ़ और व्यवधानों से ग्रस्त है — ने मतदाताओं की अपेक्षाएँ प्रदर्शन की दिशा में मोड़ दी है। कि किशोर ने अपना अभियान वहीं से शुरू किया और स्पष्ट बयान दिए, यह उनकी मंशा को दिखाता है। (Indian Express)

विश्लेषकों का यह भी कहना है कि समय और संकेत मायने रखते हैं। तेजस्वी की दूसरी सीट (फुलपारस) से नामांकन की संभावना यह दर्शाती है कि वे राघोपुर में हार की स्थिति से बचना चाह रहे हैं। (Times of India) वहीं किशोर की उपस्थिति और कड़ी आलोचना से उनका लक्ष्य यह है कि राघोपुर में अपना दांव मजबूत करें। नई पीढ़ी — आकांक्षाओं और विकल्पों की उपस्थिति से — हो सकता है कि इस चुनाव में हल्की झुकीरे पलायमान हो जाए।

राजद के लिए प्राथमिकता है मतदाताओं को भरोसा देना कि वे करीब हैं। राघोपुर में अभियान संदेश अब स्थानीय उपस्थिति, सीधा संवाद और मतदान से पहले छोटे-छोटे परियोजनाओं की घोषणाएँ हैं। नेता कहते हैं कि वे जानते हैं कि केवल वादे नहीं, बल्कि दिखने वाला असर चाहिए।

साथ ही, प्रशांत किशोर की रणनीति बिहार में उन्हें सिर्फ़ चुनौतिया देने वाला नहीं, बल्कि भविष्य के विकल्प के रूप में स्थापित करती है। यादव गढ़ में उनकी उपस्थिति यह संकेत देती है कि जन सुराज पार्टी व्यापक मुकाबले की मंशा रखती है और पारंपरिक वोट ब्लॉकों को तोड़ना चाहती है।

मतदान का दिन नज़दीक है, और राघोपुर इस चुनाव की अहम लड़ाई और संकेतक रहेगा। क्या वादों की शक्ति काम करेगी — या राजनीतिक विरासत की पकड़ ज़्यादा मज़बूत साबित होगी? अंततः, वोटर बदलते वक्त में भरोसा देंगे — क्या परिवर्तन की उम्मीद को या परिचित नेतृत्व को।

Author

  • नमस्ते, मैं सब्यसाची बिस्वास हूँ — आप मुझे सबी भी कह सकते हैं!
    दिल से एक कहानीकार, मैं हर क्लिक, हर स्क्रॉल और हर नए विचार में रचनात्मकता खोजता हूँ। चाहे दिल से लिखे गए शब्दों से जुड़ाव बनाना हो, कॉफी के साथ नए विचारों पर काम करना हो, या बस आसपास की दुनिया को महसूस करना — मैं हमेशा उन कहानियों की तलाश में रहता हूँ जो असर छोड़ जाएँ।

    मुझे शब्दों, कला और विचारों के मेल से नई दुनिया बनाना पसंद है। जब मैं लिख नहीं रहा होता या कुछ नया सोच नहीं रहा होता, तब मुझे नई कैफ़े जगहों की खोज करना, अनायास पलों को कैमरे में कैद करना या अपने अगले प्रोजेक्ट के लिए नोट्स लिखना अच्छा लगता है।
    हमेशा सीखते रहना और आगे बढ़ना — यही मेरा जीवन और लेखन का मंत्र है।

    Connect:

    Rajneeti Guru Author

/ Published posts: 208

नमस्ते, मैं सब्यसाची बिस्वास हूँ — आप मुझे सबी भी कह सकते हैं!
दिल से एक कहानीकार, मैं हर क्लिक, हर स्क्रॉल और हर नए विचार में रचनात्मकता खोजता हूँ। चाहे दिल से लिखे गए शब्दों से जुड़ाव बनाना हो, कॉफी के साथ नए विचारों पर काम करना हो, या बस आसपास की दुनिया को महसूस करना — मैं हमेशा उन कहानियों की तलाश में रहता हूँ जो असर छोड़ जाएँ।

मुझे शब्दों, कला और विचारों के मेल से नई दुनिया बनाना पसंद है। जब मैं लिख नहीं रहा होता या कुछ नया सोच नहीं रहा होता, तब मुझे नई कैफ़े जगहों की खोज करना, अनायास पलों को कैमरे में कैद करना या अपने अगले प्रोजेक्ट के लिए नोट्स लिखना अच्छा लगता है।
हमेशा सीखते रहना और आगे बढ़ना — यही मेरा जीवन और लेखन का मंत्र है।

Connect:

Rajneeti Guru Author