नई दिल्ली की भूमिका को मान रहे निर्णायक, वैश्विक नज़रें भारत पर
शांति प्रयासों पर चर्चा
नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूरोप के कई नेताओं ने भारत से वैश्विक शांति प्रयासों में आगे आने की अपील की है। उनका कहना है कि भारत जैसी बड़ी लोकतांत्रिक ताक़त इस संघर्ष को खत्म करने और वार्ता का माहौल बनाने में एक निर्णायक भूमिका निभा सकती है।
यूरोप का संदेश
यूरोपीय नेताओं ने साफ कहा कि युद्ध ने न केवल यूक्रेन बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। ऊर्जा संकट, खाद्य आपूर्ति और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका गहरा असर पड़ा है। ऐसे में भारत का हस्तक्षेप संतुलन बनाने और भरोसा कायम करने में मदद कर सकता है।
भारत की स्थिति
भारत लगातार कहता रहा है कि किसी भी विवाद का समाधान संवाद और कूटनीति के ज़रिए ही संभव है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भी साफ कर चुके हैं कि “यह युद्ध का युग नहीं है।” विदेश मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि भारत मानवीय सहायता देने के साथ-साथ शांति स्थापित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।
निष्कर्ष
यूरोपीय नेताओं की अपील ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर भारत की अहमियत को रेखांकित किया है। अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि भारत आने वाले दिनों में किस तरह से यूक्रेन संकट में शांति बहाल करने की दिशा में कदम बढ़ाता है।