सरकार पर बढ़ा दबाव, प्रदर्शनकारियों में नाराज़गी
आंदोलन की आग मुंबई तक पहुँची
मुंबई: मराठा आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन अब और उग्र हो गया है। सामाजिक कार्यकर्ता जारंगे पाटिल का अनशन लगातार जारी है, जिससे राज्य सरकार पर दबाव और बढ़ गया है। ग्रामीण इलाकों से शुरू हुआ यह आंदोलन अब मुंबई की सड़कों तक पहुँच गया है और हजारों लोग समर्थन में उतर आए हैं।
जारंगे पाटिल का हौसला बरकरार
लगातार बिगड़ती तबीयत के बावजूद जारंगे पाटिल ने अनशन तोड़ने से साफ इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक मराठा समाज को पक्का आरक्षण नहीं मिलता, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
विपक्ष ने साधा निशाना
विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा और अन्य दलों का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार आरक्षण के मामले में बार-बार वादे तो करती है लेकिन ठोस कदम नहीं उठाती। विपक्ष का आरोप है कि सरकार सिर्फ समय निकालने की राजनीति कर रही है।
सरकार की सफाई
मुख्यमंत्री और मंत्रीमंडल ने अपील की है कि जारंगे पाटिल अपना अनशन खत्म करें और बातचीत के जरिए हल तलाशा जाए। सरकार का कहना है कि आरक्षण के लिए कानूनी रास्ता अपनाना होगा ताकि आगे कोई अड़चन न आए।
निष्कर्ष
मराठा आंदोलन के तेज होने से महाराष्ट्र की राजनीति गर्मा गई है। जारंगे पाटिल का अनशन और जनता का बढ़ता समर्थन आने वाले दिनों में राज्य सरकार के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।