9 views 5 secs 0 comments

तेलंगाना सीएम का प्रस्ताव: हैदराबाद की सड़क का नाम होगा डोनाल्ड ट्रंप रोड

In Politics
December 08, 2025
RajneetiGuru.com - तेलंगाना सीएम का प्रस्ताव हैदराबाद की सड़क का नाम होगा डोनाल्ड ट्रंप रोड - Image Credited by MoneyControl

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद में एक सड़क—विशेष रूप से अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास वाली मुख्य सड़क—का नाम संयुक्त राज्य अमेरिका के 45वें और संभावित 47वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर रखने के प्रस्ताव से घरेलू राजनीतिक बहस और अंतरराष्ट्रीय उत्सुकता जगा दी है।

यह कदम कथित तौर पर आगामी “तेलंगाना राइज़िंग ग्लोबल समिट” से पहले वैश्विक ध्यान आकर्षित करने के लिए उठाया गया है। अधिकारियों ने संकेत दिया है कि राज्य सरकार जल्द ही इस नामकरण प्रस्ताव को औपचारिक रूप से विदेश मंत्रालय (MEA) और अमेरिकी दूतावास को सूचित करने की योजना बना रही है।

कूटनीतिक पहुंच के रूप में बुनियादी ढांचा

डोनाल्ड ट्रंप को सम्मानित करने का प्रस्ताव नई तेलंगाना सरकार की व्यापक रणनीतिक पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य वैश्विक कॉर्पोरेट और कूटनीतिक पहुंच के लिए शहरी बुनियादी ढांचे के नामकरण का उपयोग करना है। इस साल की शुरुआत में, नई दिल्ली में वार्षिक यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए, सीएम रेड्डी ने प्रमुख अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के नाम पर शहर की मुख्य सड़कों का नाम रखने की योजना बताई थी।

प्रस्तावित कॉर्पोरेट-थीम वाले नामों की सूची में क्षेत्र में तकनीकी दिग्गज गूगल के महत्वपूर्ण निवेश को स्वीकार करने के लिए एक प्रमुख मार्ग का नाम बदलकर “गूगल स्ट्रीट” रखना, साथ ही “माइक्रोसॉफ्ट रोड” और “विप्रो जंक्शन” शामिल हैं। इसके अलावा, सरकार ने भारतीय उद्योगपतियों को सम्मानित करने के लिए भी कदम उठाए हैं, जिसके तहत पहले ही रविर्यला में एक इंटरचेंज का नाम बदलकर ‘टाटा इंटरचेंज’ कर दिया गया है और नेहरू आउटर रिंग रोड से जुड़ने वाली पूरी नई ग्रीनफील्ड रेडियल रोड का नाम स्वर्गीय उद्योगपति, पद्म श्री रतन टाटा के नाम पर रखने की योजना है।

राजनीतिक विरोध और नामकरण विवाद

हालांकि राज्य सरकार इस कदम को तेलंगाना की वैश्विक प्रोफ़ाइल को बढ़ावा देने के प्रयास के रूप में प्रस्तुत करती है, लेकिन इसे विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से तुरंत तीखी आलोचना मिली है।

केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता बंदी संजय कुमार ने इस प्रस्ताव की कड़ी निंदा करते हुए मुख्यमंत्री पर राजनीतिक अवसरवाद का आरोप लगाया। कुमार ने सुझाव दिया कि अगर कांग्रेस सरकार नाम बदलने की इच्छुक है, तो उसे ऐतिहासिक नामों को बहाल करने पर ध्यान देना चाहिए, जैसे कि हैदराबाद का नाम वापस “भाग्यनगर” रखना।

सीएम की कार्यप्रणाली की आलोचना करते हुए, कुमार ने एक्स पर पोस्ट किया: “हम किस दुखद स्थिति में जी रहे हैं… रेवंत रेड्डी जो भी ट्रेंड करता है, उसी के नाम पर जगहों का नाम बदल रहे हैं।” यह टिप्पणी राजनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाती है कि सड़क-नामकरण अभ्यास प्रचार बटोरने के लिए अधिक है और सार से कम।

भू-राजनीतिक निहितार्थ

डोनाल्ड ट्रंप का चुनाव विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह आगामी चुनावों में अमेरिकी राष्ट्रपति पद के संभावित दावेदार हैं। उनके नाम पर एक उच्च-दृश्यता वाली सड़क का नाम रखना एक पूर्वव्यापी कूटनीतिक संकेत के रूप में देखा जा सकता है, जिसका उद्देश्य व्हाइट हाउस में उनकी वापसी की स्थिति में अनुकूल संबंध बनाना है।

यूएस-भारत संबंधों की विशेषज्ञ भू-राजनीतिक विश्लेषक, डॉ. अर्पिता सेन ने टिप्पणी की, “हालांकि निवेश आकर्षित करना घोषित लक्ष्य है, लेकिन किसी वर्तमान या संभावित विदेशी राजनीतिक व्यक्ति के नाम पर प्रमुख शहरी बुनियादी ढांचे का नाम बदलना भारत में एक अभूतपूर्व कदम है। यह एक नगरपालिका निर्णय को उच्च दांव वाले कूटनीतिक संकेत में बदल देता है, जो ध्यान और, अनिवार्य रूप से, घरेलू राजनीतिक आलोचना दोनों को आमंत्रित करता है।”

इस प्रस्ताव का परिणाम अब विदेश मंत्रालय और अमेरिकी दूतावास से प्रक्रियात्मक मंजूरी पर निर्भर करता है, लेकिन इसने निश्चित रूप से हैदराबाद—और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रति इसके दृष्टिकोण—को राष्ट्रीय सुर्खियों में ला दिया है।

Author

  • Anup Shukla

    अनूप शुक्ला पिछले तीन वर्षों से समाचार लेखन और ब्लॉगिंग के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे मुख्य रूप से समसामयिक घटनाओं, स्थानीय मुद्दों और जनता से जुड़ी खबरों पर गहराई से लिखते हैं। उनकी लेखन शैली सरल, तथ्यपरक और पाठकों से जुड़ाव बनाने वाली है। अनूप का मानना है कि समाचार केवल सूचना नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच और जागरूकता फैलाने का माध्यम है। यही वजह है कि वे हर विषय को निष्पक्ष दृष्टिकोण से समझते हैं और सटीक तथ्यों के साथ प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने अपने लेखों के माध्यम से स्थानीय प्रशासन, शिक्षा, रोजगार, पर्यावरण और जनसमस्याओं जैसे कई विषयों पर प्रकाश डाला है। उनके लेख न सिर्फ घटनाओं की जानकारी देते हैं, बल्कि उन पर विचार और समाधान की दिशा भी सुझाते हैं। राजनीतिगुरु में अनूप शुक्ला की भूमिका है — स्थानीय और क्षेत्रीय समाचारों का विश्लेषण, ताज़ा घटनाओं पर रचनात्मक रिपोर्टिंग, जनसरोकार से जुड़े विषयों पर लेखन, रुचियाँ: लेखन, यात्रा, फोटोग्राफी और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा।

/ Published posts: 280

अनूप शुक्ला पिछले तीन वर्षों से समाचार लेखन और ब्लॉगिंग के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे मुख्य रूप से समसामयिक घटनाओं, स्थानीय मुद्दों और जनता से जुड़ी खबरों पर गहराई से लिखते हैं। उनकी लेखन शैली सरल, तथ्यपरक और पाठकों से जुड़ाव बनाने वाली है। अनूप का मानना है कि समाचार केवल सूचना नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच और जागरूकता फैलाने का माध्यम है। यही वजह है कि वे हर विषय को निष्पक्ष दृष्टिकोण से समझते हैं और सटीक तथ्यों के साथ प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने अपने लेखों के माध्यम से स्थानीय प्रशासन, शिक्षा, रोजगार, पर्यावरण और जनसमस्याओं जैसे कई विषयों पर प्रकाश डाला है। उनके लेख न सिर्फ घटनाओं की जानकारी देते हैं, बल्कि उन पर विचार और समाधान की दिशा भी सुझाते हैं। राजनीतिगुरु में अनूप शुक्ला की भूमिका है — स्थानीय और क्षेत्रीय समाचारों का विश्लेषण, ताज़ा घटनाओं पर रचनात्मक रिपोर्टिंग, जनसरोकार से जुड़े विषयों पर लेखन, रुचियाँ: लेखन, यात्रा, फोटोग्राफी और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा।

Instagram