एआईएडीएमके का गंभीर आरोप, पलानीस्वामी ने साधा निशाना
स्कूलों की बंदी पर सियासी घमासान
चेन्नई: तमिलनाडु की राजनीति में एक बड़ा विवाद छिड़ गया है। एआईएडीएमके (AIADMK) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पाडी के. पलानीस्वामी ने आरोप लगाया है कि डीएमके (DMK) सरकार के कार्यकाल में अब तक 207 सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। पलानीस्वामी ने कहा कि यह कदम ग्रामीण और गरीब परिवारों के बच्चों के भविष्य पर सीधा प्रहार है।
पूर्व मुख्यमंत्री का बयान
पलानीस्वामी ने कहा कि डीएमके सरकार की शिक्षा नीति पूरी तरह से “छात्र विरोधी और ग्रामीण विरोधी” है। उनका दावा है कि गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार जहां सरकारी शिक्षा पर निर्भर हैं, वहीं सरकार बच्चों को मजबूरन निजी स्कूलों की ओर धकेल रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह सिलसिला जारी रहा तो तमिलनाडु की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर असर पड़ेगा।
सरकार पर सीधा आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री ने डीएमके पर “शिक्षा की नींव कमजोर करने” का आरोप लगाया। उनका कहना है कि स्कूलों की बंदी राज्य के भविष्य को खतरे में डाल रही है। पलानीस्वामी ने कहा कि सरकार को तुरंत कदम उठाकर छात्रों की पढ़ाई बचानी चाहिए, अन्यथा एआईएडीएमके इस मुद्दे को लेकर सड़क से सदन तक आंदोलन करेगी।
निष्कर्ष
तमिलनाडु की राजनीति में शिक्षा अब केंद्र बिंदु बन चुकी है। एआईएडीएमके ने डीएमके पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि स्कूल बंद करना गरीब और ग्रामीण परिवारों के लिए एक बड़ा झटका है। आने वाले समय में यह मुद्दा राज्य की राजनीति को और गरमा सकता है।