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डायल-112 सेवा ने पूरे किए तीन साल, शहर में चालकों की हड़ताल से प्रभावित रही व्यवस्था

In Politics
August 26, 2025

आपातकालीन सेवाओं में अहम भूमिका निभाने वाली सुविधा, जश्न के बीच चुनौतीपूर्ण हालात

सेवा का सफर

लखनऊ, 26 अगस्त: उत्तर प्रदेश पुलिस की आपातकालीन सेवा डायल-112 ने तीन साल पूरे कर लिए हैं। इस सेवा को जनता की सुरक्षा और त्वरित सहायता के लिए शुरू किया गया था। अब तक लाखों कॉल्स पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए यह सेवा पुलिस, एंबुलेंस और अग्निशमन विभाग तक तुरंत पहुंच बनाने में अहम साबित हुई है।

हड़ताल का असर

डायल-112 के तीन साल पूरे होने का यह दिन उस समय आया जब शहर में चालक हड़ताल पर चले गए। इसकी वजह से कई कॉल्स पर समय से गाड़ियां नहीं पहुंच पाईं और व्यवस्था प्रभावित हुई। नागरिकों ने बताया कि सामान्य दिनों की तुलना में प्रतिक्रिया समय काफी अधिक रहा।

अधिकारियों का बयान

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सेवा के तीन साल पूरे होने पर इसकी उपलब्धियों का मूल्यांकन किया जाएगा और चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। हड़ताल के बीच भी प्रशासन का दावा है कि जरूरी कॉल्स पर अधिकतम प्रयास किए गए।

निष्कर्ष

डायल-112 ने बीते तीन सालों में जनता को सुरक्षा और सहायता पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लेकिन चालकों की हड़ताल ने यह भी दिखा दिया कि किसी भी आपातकालीन सेवा की मजबूती उसके मानव संसाधन पर ही टिकी होती है। अब देखना होगा कि सरकार और प्रशासन इस संकट से कैसे उबरते हैं।

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  • नमस्ते, मैं सब्यसाची बिस्वास हूँ — आप मुझे सबी भी कह सकते हैं!
    दिल से एक कहानीकार, मैं हर क्लिक, हर स्क्रॉल और हर नए विचार में रचनात्मकता खोजता हूँ। चाहे दिल से लिखे गए शब्दों से जुड़ाव बनाना हो, कॉफी के साथ नए विचारों पर काम करना हो, या बस आसपास की दुनिया को महसूस करना — मैं हमेशा उन कहानियों की तलाश में रहता हूँ जो असर छोड़ जाएँ।

    मुझे शब्दों, कला और विचारों के मेल से नई दुनिया बनाना पसंद है। जब मैं लिख नहीं रहा होता या कुछ नया सोच नहीं रहा होता, तब मुझे नई कैफ़े जगहों की खोज करना, अनायास पलों को कैमरे में कैद करना या अपने अगले प्रोजेक्ट के लिए नोट्स लिखना अच्छा लगता है।
    हमेशा सीखते रहना और आगे बढ़ना — यही मेरा जीवन और लेखन का मंत्र है।

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    Rajneeti Guru Author

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नमस्ते, मैं सब्यसाची बिस्वास हूँ — आप मुझे सबी भी कह सकते हैं!
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मुझे शब्दों, कला और विचारों के मेल से नई दुनिया बनाना पसंद है। जब मैं लिख नहीं रहा होता या कुछ नया सोच नहीं रहा होता, तब मुझे नई कैफ़े जगहों की खोज करना, अनायास पलों को कैमरे में कैद करना या अपने अगले प्रोजेक्ट के लिए नोट्स लिखना अच्छा लगता है।
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