‘यूपी विज़न 2047’ पर मैराथन मंथन, चाय-कॉफी और हल्के नाश्ते के सहारे जारी रही बहस
लखनऊ, 15 अगस्त:
उत्तर प्रदेश विधानसभा और विधान परिषद में सोमवार को ऐसा नज़ारा देखने को मिला जो शायद ही पहले कभी देखा गया हो। ‘यूपी विज़न 2047’ पर चर्चा के लिए बुलाए गए विशेष सत्र में विधायक और विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) लगभग 27 घंटे से भी अधिक समय तक बहस करते रहे। इस दौरान जनप्रतिनिधि कॉफी, चाय, सूप और हल्के-फुल्के नाश्ते के सहारे ऊर्जावान बने रहे। कई बार तो सदन के भीतर बेंचों के नीचे बैठकर भी चर्चा जारी रही।
विकास के रोडमैप पर गहन विमर्श
इस मैराथन सत्र में राज्य के विकास की दीर्घकालिक योजना ‘यूपी विज़न 2047’ को लेकर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। कृषि, उद्योग, बुनियादी ढांचा, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर अलग-अलग विभागों ने अपना ब्लूप्रिंट पेश किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह सत्र प्रदेश के सुनहरे भविष्य की नींव रखने में मील का पत्थर साबित होगा।
जनप्रतिनिधियों का उत्साह
लंबे सत्र के बावजूद विधायक और एमएलसी उत्साह से भरे नजर आए। कई सदस्यों ने रात भर चर्चाओं में हिस्सा लिया और अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्रों से जुड़े सुझाव पेश किए। विपक्ष ने भी कई अहम बिंदुओं पर सरकार को सुझाव दिए, हालांकि कुछ मुद्दों पर राजनीतिक नोकझोंक भी देखने को मिली।
निष्कर्ष
यूपी विधानसभा और विधान परिषद का यह ऐतिहासिक सत्र न केवल लंबाई के लिहाज से रिकॉर्ड बनाने वाला रहा, बल्कि यह प्रदेश के दीर्घकालिक विकास की दिशा तय करने वाला भी साबित हुआ। ‘यूपी विज़न 2047’ पर हुआ यह गहन मंथन आने वाले वर्षों में प्रदेश की विकास यात्रा की धुरी बनेगा।