कांग्रेस का आरोप – भाजपा ने “जनादेश छीना”, मामला हाईकोर्ट में, हिंसा और अपहरण के वीडियो वायरल
घटना की पृष्ठभूमि
उत्तराखंड में हाल ही में 12 जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर चुनाव हुए। इनमें कांग्रेस को केवल एक सीट मिली। लेकिन नैनीताल में हुए चुनाव को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा ने सत्ता के बल पर चुनावी परिणाम को अपने पक्ष में मोड़ लिया। इस दौरान कथित हिंसा, झड़प और अपहरण जैसे वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आए हैं।
राजनीतिक उबाल
इस प्रकरण ने राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने लोकतांत्रिक मूल्यों की अनदेखी करते हुए नैनीताल की अध्यक्षता पर कब्जा किया है। पार्टी नेताओं ने इसे “लोकतंत्र की हत्या” करार दिया। दूसरी ओर, भाजपा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस जनता के जनादेश को पचाने में नाकाम रही है।
न्यायिक हस्तक्षेप
मामला अब उत्तराखंड हाईकोर्ट में पहुंच चुका है, जहां चुनाव प्रक्रिया और परिणाम को लेकर सुनवाई जारी है। कांग्रेस का कहना है कि अदालत से उन्हें न्याय की उम्मीद है, वहीं भाजपा का दावा है कि उन्होंने सभी नियमों और प्रक्रियाओं का पालन किया है।
निष्कर्ष
नैनीताल का यह चुनाव न केवल जिला पंचायत राजनीति का केंद्र बन गया है, बल्कि राज्य में लोकतांत्रिक पारदर्शिता और चुनावी ईमानदारी पर भी बड़े सवाल खड़े कर रहा है। राजनीतिक दलों के बीच यह जंग आने वाले दिनों में और भी तेज होने की संभावना है।