मीडिया-प्रेमी और नीतिगत मामलों पर मुखर नेता पर अस्पताल निर्माण घोटाले में जांच का शिकंजा
छापेमारी की पृष्ठभूमि
नई दिल्ली, 15 अगस्त: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख नेता और दिल्ली के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के ठिकानों पर मंगलवार को छापेमारी की। सौरभ भारद्वाज को उनकी मीडिया उपस्थिति और नीतिगत चर्चाओं में सक्रियता के लिए जाना जाता है। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई उस समय हुई जब दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग ने केंद्र सरकार से अस्पताल निर्माण घोटाले की जांच के लिए अनुमति मांगी थी।
राजनीतिक हलचल
इस छापेमारी के बाद दिल्ली की राजनीति में गर्माहट और तनाव दोनों बढ़ गए हैं। विपक्ष ने जहां इस कार्रवाई को “आप नेताओं पर दबाव बनाने की रणनीति” बताया, वहीं सत्ताधारी पार्टी ने इसे “जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश” करार दिया। इस दौरान भाजपा नेताओं ने कहा कि “ईडी का कदम गंभीर आरोपों की जांच की दिशा में सही है और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।”
प्रशासनिक रुख
दिल्ली सरकार के सूत्रों के अनुसार, सतर्कता विभाग की रिपोर्ट में कथित अस्पताल निर्माण परियोजना में वित्तीय गड़बड़ी और प्रक्रियागत खामियों का उल्लेख किया गया था। ईडी ने उसी आधार पर अब कार्रवाई तेज की है। छापेमारी के दौरान वित्तीय दस्तावेजों और लेन-देन से जुड़े रिकॉर्ड खंगाले जाने की खबर है।
निष्कर्ष
सौरभ भारद्वाज पर यह छापेमारी आप के लिए एक और राजनीतिक चुनौती साबित हो सकती है। पार्टी का कहना है कि “राजनीतिक बदले की भावना से” कार्रवाई हो रही है, जबकि केंद्र का दावा है कि जांच पूरी तरह सबूतों पर आधारित है। अब देखना यह होगा कि यह मामला आगे किस दिशा में जाता है और क्या सच सामने आता है।