आय असमानता, कम प्रति व्यक्ति जीडीपी और शिक्षा पर उठाए सवाल
जोशी की चेतावनी
नई दिल्ली: आरएसएस की हालिया बैठक में वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने देश की आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों पर गंभीर चिंता जताई। सूत्रों के मुताबिक, इस क्लोज़-डोर सेशन में सरसंघचालक मोहन भागवत भी मौजूद थे। जोशी ने आय में बढ़ती असमानता और कम प्रति व्यक्ति जीडीपी पर चेतावनी देते हुए कहा कि इन मुद्दों पर ध्यान देना बेहद ज़रूरी है।
अमर्त्य सेन का हवाला
जोशी ने नोबेल विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन का ज़िक्र करते हुए कहा कि भारत को विकास के साथ-साथ सामाजिक संतुलन पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने चेताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आने वाले समय में आर्थिक असमानता को और गहरा कर सकती है, जिसके लिए पहले से तैयारी करनी होगी।
शिक्षा और कृषि पर चिंता
बैठक में जोशी ने उच्च शिक्षा में कम दाखिले पर भी सवाल उठाए और कहा कि देश की युवा पीढ़ी को सही अवसर न मिलने से विकास की रफ्तार प्रभावित हो सकती है। इसके साथ ही उन्होंने कृषि क्षेत्र की घटती हिस्सेदारी पर चिंता जताई और ज़ोर दिया कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किए बिना समग्र विकास संभव नहीं है।
निष्कर्ष
आरएसएस की इस बैठक में मुरली मनोहर जोशी की बातें साफ़ करती हैं कि आय असमानता, शिक्षा और कृषि जैसे मुद्दे आज भी सबसे अहम हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि समय रहते इन पर ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में आर्थिक और सामाजिक असंतुलन और गहरा सकता है।