कूटनीतिक हस्तियों से लेकर पूर्व सेना प्रमुख तक, संघ ने तैयार की खास अतिथि सूची, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुरेश गोपी की मौजूदगी की संभावना
आयोजन का महत्व
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) आज से अपनी तीन दिवसीय व्याख्यान माला की शुरुआत कर रहा है। इस कार्यक्रम का विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि यह संघ की 100 वर्ष की यात्रा को समर्पित है। संघ प्रमुख मोहन भागवत इस अवसर पर संगठन की ऐतिहासिक उपलब्धियों और भविष्य की दिशा पर विस्तार से विचार रखेंगे।
विशेष अतिथियों की मौजूदगी
संघ ने इस कार्यक्रम के लिए एक खास मेहमानों की सूची तैयार की है। इसमें राजनयिकों, पूर्व सेना प्रमुखों और पूर्व न्यायाधीशों को आमंत्रित किया गया है। माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुरेश गोपी भी इस व्याख्यान माला में शामिल होंगे।
कार्यक्रम का मकसद
सूत्रों के अनुसार, व्याख्यान माला का उद्देश्य न केवल संघ की अब तक की यात्रा को साझा करना है, बल्कि बदलते सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में संगठन की भूमिका पर चर्चा करना भी है। यह पहल राष्ट्रीय स्तर पर विचार-विमर्श और संवाद को नया आयाम देने का प्रयास मानी जा रही है।
निष्कर्ष
आरएसएस के इस ऐतिहासिक आयोजन से यह संदेश स्पष्ट है कि संगठन अपने शताब्दी वर्ष को केवल एक उत्सव के रूप में नहीं देख रहा, बल्कि इसे नए भारत के निर्माण की दिशा में एक ठोस कदम मान रहा है।