झामुमो सरकार पर बढ़ा दबाव, विपक्ष हमलावर
घटनाक्रम से राजनीतिक माहौल गरमाया
रांची: झारखंड की राजनीति में उस वक्त हलचल तेज हो गई जब एक आदिवासी नेता की हत्या की खबर सामने आई। इस वारदात ने सत्ताधारी झामुमो सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। विपक्ष का आरोप है कि कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और सरकार अपराधियों पर लगाम लगाने में नाकाम रही है।
सोरेन सरकार बैकफुट पर
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार विपक्षी हमलों का सामना कर रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि आदिवासी समाज की सुरक्षा को लेकर सरकार संवेदनशील नहीं है। वहीं, सीएम सोरेन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और जांच एजेंसियां तेजी से काम कर रही हैं।
विपक्ष का हमला
भाजपा और अन्य विपक्षी दलों ने इस घटना को मुद्दा बनाकर सरकार पर सीधा हमला बोला है। उनका कहना है कि जब आदिवासी समाज का नेता ही सुरक्षित नहीं है तो आम जनता खुद को कैसे सुरक्षित माने? विपक्ष ने राज्य सरकार से इस्तीफे की भी मांग कर डाली है।
सरकार की सफाई
सरकार का कहना है कि मामले की जांच हाई लेवल टीम कर रही है और बहुत जल्द सच्चाई सामने आ जाएगी। मुख्यमंत्री ने मृतक नेता के परिवार से मिलकर न्याय दिलाने का भरोसा दिया है।
निष्कर्ष
आदिवासी नेता की हत्या ने न सिर्फ झारखंड की राजनीति में भूचाल ला दिया है, बल्कि आने वाले दिनों में सत्ता-पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी जंग भी तय है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की साख और सरकार की विश्वसनीयता अब इस मामले की निष्पक्ष जांच पर टिकी हुई है।