जहानाबाद उप चुनाव में अभिराम शर्मा जदयू की ओर से उम्मीदवार हो सकते हैं. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने उन्हें चुनावी तैयरियों में जुटने का निर्देश दिया है. अगर ऐसा हुआ तो रालोसपा की दावेदारी पर पूर्ण विराम लग जाएगा. राजद के विधायक मुंद्रिका सिंह यादव के असामयिक निधन से खाली हुई जहानाबाद सीट पर उपचुनाव होना है. उप चुनाव की तारीखें भले ही अभी तक तय नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक दलों और संभावित उम्मीदवारों के बीच तलवारें तन गईं हैं. राजद की ओर से जहां मुद्रिका यादव के दोनों बेटे उदय यादव और सुदय यादव टिकट की लाइन में है, किसी एक को टिकट मिलना लगभग तय है.
सबसे अधिक मारामारी NDA खेमे में है. जहानाबाद के सांसद अरुण कुमार जहां अपने बेटे के लिए NDA का टिकट चाहते हैं वहीं उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा से गोपाल शर्मा का नाम सामने आ रहा है. गोपाल शर्मा पिछली बार निर्दलीय चुनाव लड़े थे. उन्हें मात्र 35 सौ वोट मिले थे. जबकि लोजपा से लड़ने पर उन्होंने 37000 मत पाए थे. जदयू की ओर से अभिराम शर्मा अलग ही ताल ठोक रहे हैं. हालाँकि नीतीश कुमार द्वारा कह दिए जाने के बाद यह माना जा रहा है कि अब राजग से जदयू इस सीट पर प्रमुख दावेदार होगा. लेकिन यह इतना आसान भी नहीं होगा.
जहानाबाद सीट पर भूमिहार और पिछड़े फोटो का मिश्रित अनुपात इस सीट को बेहद दिलचस्प और चैलेंजिंग बना देता है. अब देखना यह है की राजद की रसीद वापस राजद के पास रहती है या फिर एनडीए की खींचतान में यहां सियासी भटकाव की आँधी चल जाती है.