दिल्ली एनसीआर में मम्प्स बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं, इसे संक्रामक बीमारी माना जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि इस बीमारी का संदेश अब दिल्ली के बच्चों तक भी पहुंच गया है।
नई दिल्ली में सीके बिड़ला अस्पताल में कुछ सप्ताह से मम्प्स के केस बढ़ रहे हैं, खासकर बच्चों में। डॉक्टर्स का कहना है कि बीते कुछ सालों में वैक्सीनेशन कम होने के कारण मम्प्स की बीमारी फैल रही है।
मम्प्स की वैक्सीन 8 महीने से लेकर 4-5 साल तक के बच्चों को लगाई जाती है, और डॉक्टर्स का कहना है कि इसे अब बच्चों को लगवाना जरूरी है। बचाव के लिए अगर मम्प्स के लक्षण दिखे तो तुरंत इलाज कराना चाहिए, और बच्चों को आइसोलेट रखना चाहिए।
डॉक्टर्स ने जनता से आग्रह किया है कि वैक्सीनेशन को लापरवाही से नहीं लेना चाहिए और बच्चों को समय पर टीकाकरण करवाना चाहिए। मम्प्स की इस तेजी से फैलने वाली बीमारी से बचने के लिए सभी जरूरी सावधानियों का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यहाँ यह भी जरूरी है कि गर्भवती महिलाएं भी अपने यह टीके लगवायें, क्योंकि उनके टीके एक सुरक्षा कवच के रूप में काम कर सकते हैं।
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