भाजपा नेता और हटिया क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी सीमा शर्मा को पार्टी ने निलंबित कर दिया है. सीमा शर्मा ने भाजपा की बैठक के दौरान सीएम रघुवर दास के सामने यह पूछा था कि कार्यकर्ताओं को बोलने का भी अधिकार है या उन्हें केवल सुनना ही है.
CM को यह इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने सीमा शर्मा को पार्टी से ही सस्पेंड करवा दिया. दरअसल यह सियासी कहानी काफी दिनों से चल रही थी. सीमा शर्मा को हटिया सीट पर अच्छे खासे वोट मिले थे, लेकिन झाविमो के टिकट से जीतने वाले नवीन जायसवाल बाद में भाजपा में आ गए. झाविमो विधायकों का पाला बदल रघुवर दास के कहने पर हुआ था, इसलिए सीमा शर्मा शुरू से ही राज्य नेतृत्व को खटक रही थी.
झारखंड की राजनीति से सीमा शर्मा को बाहर करने के लिए पार्टी ने उन्हें महानदी कोलफील्ड्स का स्वतंत्र निदेशक बनाया लेकिन इसके बाद भी सीमा शर्मा क्षेत्र में सक्रिय रही. ऐसे में नवीन जायसवाल को अपनी अपनी सियासत का खतरा महसूस हो रहा था और इस खतरे को देखते हुए जैसे सीमा शर्मा ने सवाल उठाया, उन्हें हिट विकेट करा दिया गया. सीमा शर्मा ऐसे भी अर्जुन मुंडा कैंप की मानी जाती है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि अर्जुन मुंडा खेमा अब आगे क्या करता है!