बजट सत्र के चौथे दिन विपक्ष के निशाने पर एक बार फिर राजबाला वर्मा रहीं, आज उनकी हंसी को लेकर मामला गरमा गया। झाविमो नेता प्रदीप यादव ने सीएस पर तंज करते हुए कहा कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री का जब संबोधन चल रहा था तो मुख्य सचिव हंस रही थीं। श्री यादव ने कहा कि इस प्रकार का व्यवहार न सिर्फ सदन के लिए बल्कि पूरी व्यवस्था का मखौल उड़ाने जैसा है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव से कहा कि यह मामला सदन के लिए अपमानजनक है। बता दें कि प्रदीप यादव अपने जूतों को हाथों में रखकर अपनी बात रख रहे थे।
उधर, इसी मामले पर नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए काफी गंभीर बात है। ऐसे अधिकारी एक तरफ राज्य को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर उन्हें सदन की मर्यादा की भी फिक्र नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री रघुवर दास को आड़े-हाथों लेते हुए कहा कि आखिर सीएम की कौन सी मजबूरी है कि वो इस मामले में खामोश हैं।
श्री सोरेन ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सीएम के संबोधन के समय सीएस राजबाला वर्मा ने हंसकर सदन का मजाक उड़ाया या सीएम का यह तो वही बता सकती हैं।