बीजेपी और शिवसेना के रिश्तों में बढ़ती दूरी के बीच ममता बनर्जी की अचानक हुई एंट्री से राजनीतिक पंडित हैरान हैं। दोनों नेताओं के बीच हुई इस मुलाकात ने महाराष्ट्र की राजनीति में खलबली पैदा कर दी है। तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तीन दिन के मुंबई दौरे पर हैं। और आज ममता बनर्जी ने शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात की है। आपको बता दें कि ममता एनडीए का हिस्सा नहीं हैं लेकिन उद्धव ठाकरे न केवल एनडीए के सहयोगी हैं बल्कि मोदी सरकार और महाराष्ट्र सरकार में उसके मंत्री भी हैं। उद्धव ठाकरे ने ममता बनर्जी से मुलाकात मुंबई के एक पांच सितारा होटल में की है। इस दौरान उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे।
बता दें कि ममता बनर्जी बीजेपी की धुर विरोधी मानी जाती हैं। कई बार नोटबंदी और जीएसटी को लेकर वो मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठाती रही हैं। वहीं एनडीए की सहयोगी शिवसेना भी पिछले कुछ समय से बगावती सुर पर उतारु है। शिवसेना और बीजेपी की जंग में शिवसेना कई बार समर्थन वापस लेने की बात भी कह चुकी है। इस मुलाकात को दोनों पक्ष शिष्टाचार मुलाकात का नाम दे रहे हैं, लेकिन जब भी दो मजबूत जनाधार वाले नेता मिलते हैं तो राजनीति का समीकरण भी बनने और बिगड़ने लगता है।
आपको बता दें कि पिछले दिनों शिवसेना नेता संजय राउत ने पीएम मोदी का विरोध राहुल गांधी के तारीफों के पुल बांधे थे। उन्होंने कहा कि देश में नरेंद्र मोदी की लहर कम हो गई है। राहुल गांधी देश का नेतृत्व करने के काबिल हैं। तीन साल पहले बेशक उन्हें पप्पू कहा जाता था लेकिन अब कांग्रेस को उनमें एक लीडर दिख गया है। अब उन्हें पप्पू कहना गलत होगा।