शराब को लेकर हुए हंगामे पर झामुमो ने सरकार पर पलटवार किया है. झामुमो विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि भाजपा के लोग कटाक्ष की भाषा भी नहीं समझते या फिर वो जानबूझकर समझना नहीं चाहते.
उन्होंने मुख्यमंत्री रघुवर दास को घेरते हुए कहा कि झामुमो ने विधान सभा में शराब की दुकान खोलने की बात अगर कटाक्ष में कही तो भाजपा सहित सरकार के मंत्रियों को नागवार गुजरा, लेकिन ये वाही सरकार है जिसने खुद शराब बेचने का फैसला लिया है. और इसी लोकतंत्र की मंदिर में बैठ कर यह निर्णय लिया गया है. कुणाल ने कहा कि यह सरकार शराब की होम डिलीवरी करा रही तो उसके नेताओं और विधायकों को शर्म नहीं आती है. राज्य के शिक्षा पदाधिकारियों से लेकर पुलिस तक को शराब बेचने में लगा दे रही तो भाजपा को कोई परेशानी नहीं हो रही है.
सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों और आदिवासियों की बात करती है. इस सरकार की सारी बातें झूठ की बुनियाद पर टिकी हैं. इस सरकार ने बहुत ही गाजे-बाजे के साथ डाकिया योजना की शुरुआत की थी. कहा गया था की जनजातीय परिवारों 25 किलो चावल उनके घर पर दिया जायेगा. लेकिन सरकार की यह योजना पूरी तरह फेल हो गयी है.
उन्होंने कहा कि सरकार बहुमत के घमंड में है पर जनता इसका माकुल जबाब देगी. सरकार यह भूल गयी है कि सरकार की योजनाओं पर जनता की भी नजर है. जबकि लिट्टीपाड़ा में आयोजित चुंबन प्रतियोगिता के बारे में उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता से जेएमएम का कोई लेना देना नहीं है. यह पार्टी का कोई अधिकारिक कार्यक्रम नहीं था.