झारखण्ड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने आज कहा कि मुख्यमंत्री की आंखों पर ढेर सारी पट्टियां बंधी हुई हैं. इतनी पट्टियां कि इन्हें कोई भी गडबडी दिख ही नहीं रही. रघुवर सरकार को विधानसभा में एक बार फिर घेरते हुए हेमंत ने कहा कि इस बार विपक्ष उनकी आंखों की पट्टी उतारकर ही दम लेगा. मुख्यमंत्री के बजट पेश करने से पहले हेमंत ने जेपीएससी और जेएसएससी में हो रही गडबडी का मुद्दा उठाया.
हेमंत ने आरोप लगाया कि राज्य के ये दोनो स्वतंत्र संस्थान युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं. राज्य के युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता नहीं मिल रही. आरक्षित पदों पर भी झारखंड के बेरोजगारों को प्राथमिकता नहीं दी गयी.
उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग ने एक बार नियुक्तियां निकाली थीं. इसमें झारखंड के उम्मीदवारों की अनदेखी की गयी. झारखंड के महज 30 फीसदी युवाओं को ही काम मिला. बाकी 70 फीसदी रोजगार पाने वाले लोग बिहार, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के थे. श्री सोरेन ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है. उन्होंने इन गडबडियों के लिए तत्काल जिम्मेवारी तय करने की बात कही.
हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष हर दिन ऐसी धांधली को सरकार के समक्ष रख रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री देखना ही नहीं चाहते. विपक्ष को उनकी आंखों पर बंधी पट्टी उतारने में पसीने छूट रहे हैं. लेकिन जनता सब देख रही है.