प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट के तीसरे फेरबदल में सारण (छपरा) के सांसद राजीव प्रताप रूडी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया | रूडी कौशल विकास मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभार में थे | बेहतर काम कर रहे थे | खुद प्रधान मंत्री ने कई अवसर पर उनकी तारीफ़ की थी | ऐसे में उनको नॉन परफ़ॉर्मर बताकर हटाना किसी को पच नहीं रहा | सब पूछ रहे हैं कि आखिर किसने खेल कर दिया |
हालाँकि खुद रूडी ने कहा कि “बॉस इज ऑलवेज राईट” | मोदी के मंत्री इससे ज्यादा कुछ कह भी नहीं सकते. लेकिन अन्दरखाने से जो बात छन कर निकली है, उसके अनुसार कौशल विकास मंत्रालय की अथॉरिटी एनसीडीसी में किसी बड़ी कम्पनी ने गलत तरीके से करोड़ों का प्रोजेक्ट एक्सीक्यूट किया था, जिन युवाओं को इसके जरिये रिप्लेसमेंट दिया जाना था, वो नहीं दिया गया| इसकी शिकायत मिलने के बाद रूडी ने पेमेंट रोकते हुए कम्पनी को ब्लैकलिस्ट करने की तैयारी कर ली थी | उस कम्पनी का गुजरात नेटवर्क था | वहीँ से वाया अमित शाह बात उपर पहुंची और रूडी बाहर |