राजद ने राज्य में शिक्षा के स्तर में आ रही गिरवाट के लिए नीतीश सरकार को घेरते हुए कई आरोप लगाए हैं। पार्टी ने कहा है कि राज्य में ऐसे फर्जी डिग्री बनाने वाले गिरोह सक्रिय हो गए हैं जो युवाओं को गुमराह तो कर ही रहे हैं साथ ही इसके नाम पर लाखों की ठगी भी कर रहे हैं। राजद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामचन्द्र पूर्वे एवं प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में बिहार में बड़े पैमाने पर फर्जी डिग्रियों का फैक्ट्री खुल गया है।
राजद नेताओं ने कहा है कि जब नीतीश कुमार ने यह घोषणा की थी कि डिग्री लाओ और नौकरी पाओ। उसके बाद बिहार में बड़े पैमाने पर फर्जी संस्थानों द्वारा फर्जी डिग्री का धंधा शुरू हो गया। धड़ल्ले से मेडिकल, इंजीनियरिंग, बीएड, फर्मासिस्ट, संस्कृत शिक्षा बोर्ड, आईटीआई, इंटरमीडिएट, बैचलर डिग्री सहित कई डिग्रियां बेचने का धंधा बिहार में शुरू हो गया। हर डिग्री के लिए संस्थान और डिग्री के आधार पर कीमत तय की जा रही है।
राजद नेताओं ने कहा कि नीतीश जी की खुली छूट के बाद न केवल दूसरे राज्यों और देशों में स्थित संस्थानों के फ्रेंचाइजी खुल गये बल्कि उनके नामों पर फर्जी डिग्री बांटने वाले एजेंटों ने भी कोचिंग और कंसल्टेंसी के नाम पर अपना दुकान खोल लिए हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए के शासन काल में शिक्षा की जो दुर्दशा हुई है। उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। सारे प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली हो रही है। परीक्षाओं के प्रश्नपत्र आउट हो रहे हैं। फेल करने वाला टॉप कर रहा है और टॉप करने वाला फेल हो रहा है।