भाजपा के प्रदेश कार्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में राज्य में अभूतपूर्व विकास हुआ। 5 साल के दौरान किए गए विकास कार्यों का लेखा-जोखा लिखकर मुख्यमंत्री जी सीधे जनता के बीच जा रहे हैं। उस क्षेत्र में और राज्य में क्या विकास कार्य हुए हैं, इसकी सीधी जानकारी भी लोगों को दे रहे हैं। वे चाहते हैं कि सरकार और जनता के बीच सीधा संपर्क हो। इस यात्रा का यह लाभ हुआ है कि शासन पर लोगों का विश्वास बढ़ा है और लोग उत्साह के साथ इसमें शामिल हो रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ने पिछले 5 वर्षों में रिकॉर्ड 526 बार झारखंड के विभिन्न जिलों का दौरा किया और जन चौपाल, सभाओं और जनसंपर्क के जरिए लोगों की समस्या और योजनाओं के हाल-चाल को जाना। प्रतुल ने कहा की एक और विपक्ष की सरकारें थी जिसमें मुख्यमंत्री सरकारी खर्चे पर हफ्तो छुट्टियां मनाने गोवा जाया करते थे। दूसरी ओर रघुवर दास जी ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल में बिना अवकाश लिए जनता की निरंतर सेवा की है। जहां विपक्षी सरकार के मुख्यमंत्री एयरकंडीशन कमरों में बैठकर योजनाओं का हाल-चाल जानते थे वहीं मुख्यमंत्री रघुवर दास जी ने जमीन पर जाकर जमीनी हकीकत देखकर मॉनिटरिंग की। साढ़े चार वर्ष पूर्व योजना बनाओ अभियान से जन सहयोग की शुरुआत की। मुख्यमंत्री जी ने आम लोगों को योजना का हिस्सा बनाया। उन्हें अपने क्षेत्र के विकास का खाका खींचने का अवसर दिया। चाहे ग्राम विकास समिति हो या 14वें वित्त आयोग की राशि से गांव में स्ट्रीट लाइट, पानी की टंकी लगने में जन सहयोग लिया।
प्रतुल ने कहा कि प्रदेश में ऐसा कभी नहीं हुआ है कि कोई मुख्यमंत्री पिछले 5 वर्षों में 162 बार संथाल परगना बार गया हो।
माननीय मुख्यमंत्री जी का पौने पांच साल में संथाल परगना का 162 बार दौरा हुआ ।संथाल ने झारखंड को तीन मुख्यमंत्री दिए हैं ।लेकिन रघुवर दास जी ने मिशन मोड में संथाल परगना के विकास का बीड़ा उठाया है
( संथाल परगना के पिछले पौने 5 वर्षों का विवरण)
दुमका – 68
पाकुड़ – 23
गोड्डा – 18
साहेबगंज – 15
जामताड़ा – 11
देवघर – 27
कुल। – 162
(औसतन हर माह लगभग 3 बार संथाल के किसी जिले में गये।)
प्रतुल ने कहा की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी के द्वारा जामताड़ा से शुरू की गयी जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री जी को राज्य की जनता का अभूतपूर्व समर्थन मिला।
- संथाल परगना (6 दिन) में 581 किमी यात्रा।
- कोलहन (6 दिन) में 486 किमी यात्रा।
- उत्तरी छोटानागपुर (6 दिन) 454 किमी यात्रा।
- लातेहार-मानिक – (1 दिन) लगभग 50 किमी।
प्रतुल ने कहा की 19 दिन की कुल यात्रा में 57 छोटी सभा और 38 बड़ी सभा हुई और हर दिन औसतन दो लाख लोगों से सीधा संपर्क हुआ। 19 दिन में लगभग 38 लाख लोगों से संपर्क साधा गया। प्रतुल ने कहा की जन आशीर्वाद यात्रा का अंतिम चरण छठ के बाद पलामू और दक्षिण छोटानागपुर के बचे हुए हिस्सों में शुरू होगा।