झाविमो नेता जितेंद्र वर्मा ने भाजपा नेता प्रदीपप वर्मा के द्वारा झाविमो के खिलाफ दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी नेता जितेंद्र वर्मा ने एक प्रेस-विज्ञप्ति जारी कर कहा कि दुसरों को नीति एवं नीयत की पाठ पढ़ाने वाली भाजपा को पहले अपनी गिरेबां में झाँकने की जरूरत है। बाबूलाल मराण्डी को किसी भाजपाई के उपदेश की जरूरत नही है। बाबूलाल मरांडी नीति एवं सिद्धान्त के प्रतिमूर्ति हैं। पूरी भाजपा मिलकर भी एक बाबूलाल मरांडी के सिद्धान्तों का मुकाबला नही कर सकती है। श्री वर्मा ने कहा कि हार-जीत लोकप्रियता का पैमाना नही होता। आज भी बाबूलाल मरांडी राज्य के सबसे चहेते नेता हैं। भाजपा में अगर दम है तो चेहरे के आधार पर चुनाव कराकर आजमा ले। उन्होंने कहा कि राजनीति के गिरते स्तर की पराकाष्ठा खुद भाजपा है। श्री वर्मा ने कहा कि करोडों रुपये के दवा घोटाले के चार्जशीटेड अभियुक्त भानू प्रताप साही एवं हत्यारोपी शशि भूषण मेहता को पार्टी में शामिल कराकर महिमामण्डित करने वाली भाजपा के मुँह से नीति एवं नियत पर प्रवचन शोभा नही देता। बाबूलाल मरांडी में अगर थोड़ी सी भी राजनीतिक महत्वाकांक्षा रहती तो वे सारे नियमो को ताक पर रखकर हर सरकार के हमराही होतें। उन्होंने कहा कि जनता सारी बातों को समझ रही है कि झारखंड में बाबूलाल मरांडी के सिवा दूसरा कोई विकल्प नही है। भाजपा ने जातिवाद एवं क्षेत्रवाद के नाम पर राज्य में जो आतंक मचा रखा है,उसकी समाप्ति की उचित अवसर 2019 की विधानसभा चुनाव है। इसबार जनता उनको बता देगी। आश्चर्य की बात है की नौजत बच्चों की सेवा करने वाली सामाजिक संस्था के नाम पर भी भाजपा राजनीति से बाज नही आ रही है। किसी सामाजिक संस्था को धर्म की चश्मे से देखने की फितरत भाजपा की ही रही है।