झारखंड में बीते शुक्रवार को लातेहार में नक्सली हमले में पांच जवानों के शहादत पर प्रदेश कांग्रेस ने दिख व्यक्त करते हुए रघुवर सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिंह खड़ा किया है.शनिवार को प्रदेश काग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रवक्ता शमशेर आलम ने कहा कि झारखंड के लातेहार में शुक्रवार की रात नक्सली हमले में एक सब इंस्पेक्टर और चार जवानों की शहादत पर प्रदेश कांग्रेस कमिटी गहरी संवेदना एवं दुःख प्रकट करती है। प्रदेश कांग्रेस कमिटी नृशंस हत्या की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए मृतक जवानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करती है।प्रदेश कांग्रेस कमिटी का यह मानना है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने में सरकार पूरी तरह से फेल है। गृहमंत्री अमित शाह, माननीय मंत्री भारत सरकार नितीन गड़करी, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के दावे कि झारखंड सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि राज्य पूरी तरह से नक्सल मुक्त हो गया है, पूरी तरह से खोखला साबित हुआ है और नक्सलियों ने खुली चुनौती सरकार को दी है और इनकी हवा निकाल दी है। नक्सलवाद उन्मूलन के सारे दावे धरे के धरे रह गया। चुनाव आयोग ने भी स्पष्ट रूप से कहा था कि झारखंड में नक्सलवाद यथावत है और इसलिए पंाच चरणों में चुनाव कराने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं है, इसके बावजूद केन्द्रीय गृह मंत्री, मुख्यमंत्री और केन्द्रीय नेतृत्व नक्सल मुक्ती को लेकर राज्य की जनता से झूठ बोलते रहे। इसका नतीजा यह है कि हमारे जवानों को टारगेज बनाया गया। इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, राजीव रंजन प्रसाद, लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डाॅ राजेश गुप्ता उपस्थित थे।पत्रकारों को कांग्रेस प्रवक्ता ने नक्सली हमले के कई उदहारण दिए :-
उदाहरण स्वस्प:-1. 27 मई 2019 सरायकेला के कुचाई इलाके में 209 कोबरा बटालियन और झारखंड पुलिस की टुकड़ी पर नक्सलियों ने धमाका किया, 15 जवान घायल हुए।2. 1 जून 2019 को नक्सली हमला में एक जवान शहीद हुए।3. 14 जून सरायकेला में ही पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी पर बड़ा नक्सली हमला हुआ, जिसमें झारखंड पुलिस के पांच जवान शहीद हो गए।4. 04 अक्टूबर 2019 राजधानी रांची में नक्सलियों ने झारखंड जमुआर के दो जवानों को मौत के घाट उतार दिया। प्रदेश कांग्रेस कमिटी भाजपा से पांच सवाल करना चाहती है और इसका जवाब देने का निवेदन करती है। 1. राज्य में नक्सली समस्या एवं कानून व्यवस्था को लेकर सरकार क्यों झूठ बोलती रही।2. लातेहार में कल रात पुलिस जवानों की शहादत के लिए सीधे तौर पर माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी को जिम्मेवार क्यों नहीं ठहराया जाए।3. सरकार यह भी जवाब दंे कि क्या ऐसे माहौल में भयमुक्त व निष्पक्ष चुनाव संभव होगा।4. सुरक्षा तंत्र, खुफिया विभाग एवं अन्य एजेंसियों की विफलता के लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेवार क्यों नहीं माना जाए।5. भाजपा की राज्य सरकार द्वारा पिछले पांच वर्षों में कितने नक्सली सरेंडर किये और सरकार ने इस अभियान में कितना राशि खर्च किया जवाब दंे।