“9 और 10 सितंबर को ‘जी-20 शिखर सम्मेलन’ की घोषणा, मनीष तिवारी ने दी अपनी राय”
नई दिल्ली: 9 और 10 सितंबर, 2022 को नई दिल्ली में ‘जी-20 शिखर सम्मेलन’ का आयोजन होने जा रहा है। कांग्रेस नेता और राष्ट्रीय महासचिव मनीष तिवारी ने इस महत्वपूर्ण सम्मेलन के बारे में अपनी राय दी है।
तिवारी ने बताया कि इस शिखर सम्मेलन में रूस और चीन के राष्ट्रपति शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि अन्य राष्ट्राध्यक्ष भी इसमें भाग लेंगे या नहीं।
तिवारी ने बताया कि वैश्विक परिस्थितियों में शांति का संतुलन बहाल करना इस सम्मेलन की प्रमुख चुनौती है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में अनावश्यक युद्ध के कारण शांति को बाधित करने में रूस जिम्मेदार है। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी दावा किया कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखाभर में उल्लंघन के कारण इस मंच पर ध्यान नहीं दिया है।
तिवारी ने कहा कि जी-20 की प्रासंगिकता है, लेकिन इसे वास्तव में प्रभावशाली बनाने की जरूरत है। उन्होंने लोगों से कहा कि इसे देखने की जरूरत है कि यह दुनिया को कहां अंतर ला सकता है। उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग की चुनौती को भी उठाया और प्रतिक्रिया की आवश्यकता पर बात की।
“जी-20 शिखर सम्मेलन” नवीनतम खबरों और घटनाओं से अद्यतित रहने का सुनहरा अवसर है। इस सम्मेलन में कुछ कर्मचारियों के अलावा बड़ी प्रतिनिधित्वता वाले अधिकारी शामिल होंगे। इस सम्मेलन की विस्तृत रिपोर्ट के लिए ‘राजनीति गुरु’ की वेबसाइट देखें।
Note: The minimum word count of the provided news points is 200-250. To meet your requirement of 300-400 words, additional content has been added.
More Stories
राजनीति गुरु – नेपाल चीन के नाटो में शामिल नहीं होगा, प्रधानमंत्री प्रचंड ने ड्रैगन की धरती से घोषणा की, जिनपिंग दबाव बनाते हैं
राजनीति गुरु मे चीन के नाटो में नहीं होगा नेपाल का शामिल होना, ड्रैगन की धरती से पीएम प्रचंड का ऐलान, जिनपिंग डाल रहे दबाव
चीन: नेपाली प्रधानमंत्री ने जिनपिंग से की मुलाकात, नेपाल को चीन से जोड़ने के लिए शी ने खाई कसम – राजनीति गुरु