सितम्बर 26, 2023

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राजनीति गुरु: सौर मिशन के लाइव लॉन्च के आगे पहला कदम, ISRO वैज्ञानिकों ने वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा की

राजनीति गुरु: सौर मिशन के लाइव लॉन्च के आगे पहला कदम, ISRO वैज्ञानिकों ने वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा की

इसरो ने शनिवार को भारत के पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य एल1’ का प्रक्षेपण किया। यह मिशन अनेक इतिहास रचने का उद्देश्य रखता है। मिशन का नामकरण ‘आदित्य’ नामक सूर्य का चुना गया है। अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण करने के बाद, मिशन एक दिव्य ढंग से आसमान की ओर रवाना हुआ। प्रक्षेपित उपग्रह की लंबाई 44.4 मीटर है। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) को चेन्नई से लगभग 135 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया। प्रक्षेपण का समय सुबह 11.50 बजे निर्धारित किया गया था। प्रक्षेपण मार्ग की लंबाई लगभग 63 मिनट होगी।

इसरो ने शनिवार को राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए भारत के पहले सौर अंतरिक्ष मिशन ‘आदित्य एल1’ का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया। यह मिशन एक महत्वपूर्ण इतिहास रचने के उद्देश्य से शुरू किया गया है और सूर्य पर मानव द्वारा कभी नहीं किया गया कोई मिशन संचालित करने के लिए तैयार है।

इस मिशन का नामकरण ‘आदित्य’ है, जो सूर्य के नाम पर रखा गया है। यह मिशन प्रशांत बंगाल के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया। प्रक्षेपित उपग्रह की लंबाई 44.4 मीटर है और उसे ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) ने प्रक्षेपित किया है। पीएसएलवी को चेन्नई से श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र के लगभग 135 किलोमीटर दूरी से चलकर प्रक्षेपण किया गया। मिशन का प्रक्षेपण समय सुबह 11.50 बजे तय किया गया था और प्रक्षेपण मार्ग की लंबाई लगभग 63 मिनट होगी।

भारतीय अंतरिक्ष संगठन ने यह मिशन आदित्य को आगे बढ़ाने का उद्देश्य लेकर शुरू किया है। मिशन के निर्माण में कई वर्षों की मेहनत और संघर्ष लगे हैं। यह मिशन विज्ञान और तकनीक की उन्नति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और यह देश की गरिमा की कहानी को ऊँचाईयों तक ले जाएगा।

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