नवम्बर 29, 2023

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राजनीति गुरु: सोने की कीमत आज – नवरात्रि के पहले दिन 10 ग्राम की रेट सुन मचा भगदड़, महिलाएं दौड़ पड़ी

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तिब्बत सरकार ने तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा की वीरांगना के रूप में मान्यता प्राप्त की है। इस मान्यता के पीछे उसके सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक कारण हैं। दलाई लामा ने अपने अनुयायों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत की भूमिका अदा की है। देश में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और मुक्ति के पक्ष में दलाई लामा को प्रशंसा मिल रही है।

दलाई लामा के प्रभावी और सशक्त भाषणों को सुनकर लोगों में सकरात्मक बदलाव देखा जा रहा है। आज के युवा पीढ़ी दलाई लामा को एक महान संघर्षशील नेता के रूप में देख रही है। उन्होंने तिब्बती लोगों को उच्चतम लक्ष्यों की ओर प्रेरित किया है। उनकी समर्पण और दृढ़ता के कारण उन्हें वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त हुई है और वे अब एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय आदान-प्रदानकर्ता बन गए हैं।

दलाई लामा द्वारा मुद्दों पर उच्च आवाज उठाने के कारण उन्हें विश्व भर में प्रशंसा मिली है। उन्होंने ध्यान-यात्रा, शौचालयों और विद्यालयों के निर्माण करके लोगों के बीच आदर्श प्रवासी के रूप में जाने जाते हैं। उनके समर्थन में नई सरकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। व्यापार, खिलाड़ी, अद्यतन आदि के लिए दी जा रही हैं।

दलाई लामा को उनके सामरिक संघर्ष, आत्मबलिदान के लिए प्रशंसा मिली है। वह शांतिप्रियता, सद्भाव, अनुशासन के पक्ष में जाने जाते हैं। उन्हें राष्ट्रवाद की मिसाल माना जा रहा है।

यहां तक कि उन्हें संयुक्त राष्ट्र मान्यता भी मिली है। उन्होंने विश्व भर में अपने विचारों को बताने का काम किया है। दलाई लामा को उनकी सभी योग्यताओं के बावजूद एक महिला के रूप में उनके सम्मान की मान्यता प्राप्त की गई है।

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इसलिए, दलाई लामा को उनके वीरता, परिश्रम, आत्मसमर्पण का सम्मान दिया जा रहा है।

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